हमीरपुर : दिन-रात मेहनत कर पारदर्शिता से परिणाम घोषित करने वाले हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की छवि को एक महिला अधिकारी की कथित करतूत ने दागदार कर दिया। स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम का दोपहर 1ः20 बजे तीर उस समय निशाने पर लगा, जब लीक प्रश्न पत्र समेत आयोग मुख्यालय की गोपनीय शाखा की अधिकारी उमा आजाद को रंगे हाथों ही लेनदेन करते काबू कर लिया गया।
ऐसे हुए खेल बेपर्दा..
दरअसल इस परीक्षा में हिस्सा लेने वाले एक युवक अभिलाष को संजय (Tout) नाम के युवक ने संपर्क करने के बाद रविवार को होने वाली जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (junior office assistant) की परीक्षा का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाने का ऑफर दिया। पहले 4 लाख की मांग की गई, लेकिन बाद में सौदा अढ़ाई लाख में तय किया गया। अभिलाष ने प्रश्न पत्र के सौदेबाजी की सूचना विजिलेंस को दे दी।
इसके बाद विजिलेंस की टीम ने शिकायत को वेरीफाई किया। 23 दिसंबर 2022 की दोपहर विजिलेंस ने जाल बिछा दिया। संजय ने अभिलाष को फोन कर एनआईटी हमीरपुर (NIT Hamirpur) आने को कहा। इसके बाद संजय ही प्रश्नपत्र के खरीददार (शिकायतकर्ता) अभिलाष को लेकर हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात उमा आजाद के घर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पहुंचा।
घर पहुंचते ही महिला अधिकारी उमा आजाद व उसके बेटे निखिल आजाद ने अभिलाष को प्रश्नपत्र सौंप दिया। ऐसा भी बताया जा रहा है कि ये प्रश्नपत्र पहले से ही हल किया हुआ था।
बता दे कि ये सौदा अढ़ाई लाख रुपए में तय हुआ था। मौके पर पहुंच कर अभिलाष ने पांच हजार रुपये देकर प्रश्न पत्र (Paper Leak) देखने के बाद शेष राशि देने की बात कही। जैसे ही अभिलाष को पेपर दिखाया गया, वैसे ही महिला अधिकारी (Lady Officer) सहित उसके बेटे को भी काबू कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से पांच हजार की राशि को भी बरामद किया है।
साथ ही पेपर बेचने की मार्केटिंग (Marketing) कर रहे संजय को भी हिरासत में ले लिया गया। इसी बीच पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि विजिलेंस के हमीरपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि पेपर खरीद चुके दो अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि विजिलेंस की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेणु शर्मा (ASP Renu Sharma) के नेतृत्व में टीम ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
ये भी आया सामने
जांच में ये भी सामने आया है कि दो अभ्यर्थियों (Candidates) को ये प्रश्न पत्र 50 हजार व एक लाख में बेचा गया था। एक ने कुछ राशि ऑनलाइन ट्रांसफर (Online Transfer) भी की थी,जबकि शेष नगद दी गई थी।
विजिलेंस ने पेपर खरीदने वाले दो अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया हैै। ये भी तय है कि महिला अधिकारी की चल व अचल संपत्ति को खंगालने की दिशा में भी विजिलेंस द्वारा जल्द ही कदम उठाया जा सकता है।
परीक्षा रद्द…
रविवार को आयोजित होने वाली जेओए (JOA) की परीक्षा को लेकर हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग ने शुक्रवार सुबह ही टीमों को डिस्पैच करना शुरू कर दिया था। केवल हमीरपुर जिला को छोड़कर अन्य जिलों की टीमें रवाना कर दी गई थी। देर शाम विजिलेंस से स्थिति स्पष्ट हो जाने के बाद आयोग ने रविवार को होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया है। एक विज्ञप्ति में आयोग ने पुष्टि की है। गौरतलब है कि परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए दूरदराज क्षेत्रों से अभ्यर्थियों को एक दिन पहले ही घर से निकलना पड़ता है। इस परीक्षा में आयोग द्वारा परीक्षा केंद्र को बदलने की भी अनुमति नहीं दी जाती। आयोग के सचिव डॉ जितेंद्र कंवर ने बताया कि पुलिस के सतर्कता ब्यूरो से एक कर्मचारी की संदिग्ध संलिप्तता की सूचना के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।