मण्डी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के धर्मपुर कस्बे में एक गांव ऐसा है जिसे आजादी के 75 वर्षों के बाद भी सड़क की सौगात मिली है । भाजयुमो के नेता रजत ठाकुर की कोशिशों से इस गांव के लोगों को सड़क की सुविधा मिली । सरकाघाट के धर्मपुर क्षेत्र के गरली के साथ लगता है छोटा साहण गांव है जो सड़क सुविधा से वंचित रह गया था इस गांव के लोग 3 किलोमीटर का पैदल खड़ी चट्टानों से चढ़ाई चढ़ते हुए खतरनाक रास्तों से लोग अपना जरूरी सामान सिर पर लादकर घर पहुंचते थे ।बरसात के दिनों में तो इस गांव कि और भी दुर्दशा हो जाती थी यहां लोग बांस की बनाई हुई सीढ़ी के सहारे पहाड़ी को ऊपर चढ़कर घर पहुंचते थे । इस गांव में 70 लोग रहते हैं लेकिन अधिकतर लोग यहां से सड़क सुविधा ना होने के कारण पलायन कर चुके है। इस गांव में पूर्व मंत्री ठाकुर नत्था सिंह के घर भी थे लेकिन वह मंत्री रहने के बावजूद भी अपने गांव को सड़क नहीं पहुंचा सके। महेंद्र सिंह ठाकुर ने आज से 10 साल पहले भी इस गांव को सड़क देने की कोशिश की थी लेकिन लैंडस्लाइड हो जाने की वजह से यह सड़क ध्वस्त हो गई थी और लोग काला पानी का जीवन जीने को मजबूर हो गए थे।
जब इंसान के इरादे मजबूत हो तो वह मंजिल पा ही लेते हैं इसी बात का उदाहरण दिया हिमाचल प्रदेश के भाजयुमो के नेता रजत ठाकुर ने जिनकी भरपूर कोशीशो से आज इस दुर्गम गांव में जेसीबी मशीनें पहुंच गई है और सड़क का कार्य जोरो से शुरू हुआ है। इस सड़क को पहुंचाने के लिए स्थानीय निवासी रिटायर्ड कला अध्यापक जय सिंह राणा के बार-बार आग्रह करने पर मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने उनकी यह मांग पूरी कर दी है और बहुत जल्द ही यह गांव अब सड़क से जुड़ जाएगा और लोग सड़क सुविधा का लाभ ले सकेंगे ।गांव के लोगों में जय सिंह राणा, सोहन सिंह राणा ,जीत सिंह राणा , बीरबल सिंह राणा, देशराज राणा , हंसराज राणा ,बलबीर राणा , विजय राणा ,सरिता , ब्रह्मी देवी , सुफल, विद्या देवी सहित गांव के सभी लोगों ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और रजत ठाकुर का धन्यवाद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि इस गांव को सड़क देना मंत्री की बहुत बड़ी उपलब्धि है जिसे गांव के लोग सदियों तक याद रखेंगे।