- Destination Wedding सफल उद्योग के रुप में पनप रहा है।
- पर्यटन विभाग ने महामारी के नुकसान भरपाई के लिए खोजी नई राह
हाल फिलहाल के दिनों में डेस्टिनेशन वेडिंग ( Destination Wedding ) का चलन ज़ोर पकड़ रहा है। भारत में शादी किसी त्यौहार से कम नहीं होती। यहां शादियों में जितनी रौनक देखी जाती है उतनी शायद ही किसी देश में दिखती होगी। भारत में शादी लाखों डॉलर का उद्योग बन गया है। बैंड बाजा से लेकर, खाना, सजावट दुल्हा-दुल्हन के कपड़े, रिश्तेदारों के तोहफे इत्यादियों के साथ आज के समय में शादी एक सफल उद्योग के रुप में पनप रहा है। और अब, हिमाचल प्रदेश भी पहाड़ों में डेस्टिनेशन वेडिंग टूरिज्म के आइडिया को बेचकर खुद को वेडिंग हॉटस्पॉट बनने के लिए खोल रहा है.
एचपीटीडीसी (पर्यटन) के एमडी और निदेशक अमित कश्यप ने कहा कि इस नई अवधारणा को हमने एचपीटीडीसी के चुनिंदा होटलों में पेश करने का निर्णय लिया है. केवल उन होटलों को चुना गया है जिनमें कई मेहमानों को समायोजित करने और आवश्यक पेशकश करने की एक छत के नीचे सुविधाएं है
हाल ही में एचपीटीडीसी का कार्यभार संभालने वाले कश्यप ने स्वीकार किया कि कोविड-19 महामारी के कारण हिमाचल प्रदेश और होटल क्षेत्र को बड़ा झटका लगा है.
अमित कश्यप कहते हैं कि डेस्टिनेशन वेडिंग को एक अवधारणा के रूप में हिमाचल प्रदेश में कभी बढ़ावा नहीं दिया गया. इस योजना के तहत डेस्टिनेशन वेडिंग साइट के रूप में दी जाने वाली प्रत्येक संपत्ति के लिए हमारे पास अलग-अलग पैकेज हैं. एचपीटीडीसी सजावट, आवास, ‘पंडित’ की सेवाएं, सर्वोत्तम खानपान, उचित पार्किंग और एक आदर्श शादी के ठहरने के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं प्रदान करेगा.