भारतीय कढ़ी बनाने की विधि
डेस्क। भारतीय कढ़ी, भारत की जगहों पर इसे शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इसे त्योहारों में प्रसाद के तौर पर खाया जाता है। यह खाने में टेस्टी होने के साथ कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। तो लीजिए गरमा-गरम कढ़ी का मजा और दूर भगाइए अपनी सर्दी को और जल्दी हो जाइए स्वस्थ।
वर्तमान समय में कोरोना वायरस महामारी चारों तरफ फैली हुई हैं, इस बीमारी में सर्दी-खांसी, छींक, बुखार आदि होना संभव है। ऐसे समय में हम नित-नए प्रयोग अपनाते रहते हैं, लेकिन कितना कुछ करने के बाद भी हमारी सर्दी-खांसी, छींक आदि जल्दी ठीक ही नहीं होती है। आइए जानते हैं कैसे बनानी है हमें यह भारतीय कढ़ी?
आवश्यक सामग्री:
-250 ग्राम ताजा दही।
-50 ग्राम बेसन।
-1 चम्मच अदरक की प्यूरी।
-2 हरी मिर्च, 2 टेबल स्पून घी।
-1 चुटकी हींग, कढ़ी पत्ते।
-1/2 टी स्पून राई-जीरा।
- नमक और 2-3 पिसी लौंग।
-थोड़ा-सा हरा धनिया बारीक कटा हुआ।
कढ़ी बनाने विधि :
-कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले दही को रवई से फेंटकर उसमें बेसन, नमक, पिसी लाल मिर्च और 2 कप पानी मिलाकर मिक्स कर लें।
-इसके बाद एक बर्तन में घी गर्म करें। राई-जीरा, कढ़ी पत्ता, अदरक प्यूरी, हरी मिर्च और हींग डालें। राई तड़तड़ाने पर दही-बेसन का घोल डालें और लगातार हिलाते हुए पकाएं।
-अब धीमी आंच पर कढ़ी को तब तक पकाएं, जब तक वो अच्छी तरह गाढ़ी ना हो जाएं और उसमें से खुशबू ना आने लगे।
-लीजिए अब तैयार है स्वादिष्ट भारतीय कढ़ी। अब हरा धनिया बुराकाएं और इसे चपाती के साथ गरमा-गरम परोसिए।
कढ़ी के फायदे:
अगर आप गरमा-गरम कढ़ी का उपयोग पीने के लिए करते हैं तो आपकी सर्दी बहुत जल्द ही ठीक हो सकती है। यह कढ़ी आपको सर्दी-खांसी, बुखार को जल्दी दूर भगाकर सेहतमंद बनाने में मददगार साबित होगी।
कढ़ी में उपयोग किए गए कढ़ी पत्ते में पर्याप्त मात्रा में विटामिन A पाया जाता है जिसकी वजह से यह आपकी आंखों की देखभाल के लिए उपयोगी है। यह शुगर तथा कब्ज की शिकायत दूर करने में भी सहायक है।
-करी पत्ते के फायदे इसमें मौजूद पोष्टिक आहार के कारण कई सारे हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी2 और विटामिन सी पाया जाता है और यह सभी आंत के लिए अच्छी मानी जाती हैं। इन सभी की मदद से आप पेट से जुड़ी परेशानी, दस्त, कब्ज आदि से दूर रहते हैं।
-कढ़ी में विटामिन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम आदि तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है। इसके साथ ही मसल्स रिलैक्स हो शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
नोट: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।