हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में रिश्वत कांड़ में आरोपी निलंबित एसएचओ नीरज राणा सोमवार को विजिलेंस थाना हमीरपुर में पेश हुए. आरोपी से दोपहर करीब 12 बजे से शाम पांच बजे तक पूछताछ हुई. सूत्रों के मुताबिक आरोपी विजिलेंस जांच में सहयोग नहीं कर रहा. विजिलेंस ने इंस्पेक्टर नीरज राणा से घूस के 25 हजार रुपये केस प्रॉपर्टी के रूप में प्रस्तुत करने के लिए कहा, लेकिन एसएचओ ने घूस के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनके पास कोई पैसे नहीं हैं.
21 दिसंबर को विजिलेंस ने एसएचओ नीरज राणा के खिलाफ रिश्वत के आरोप में मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एसएचओ ने दुधारू पशुओं को मंडी से पठानकोट ले जाने की परमिशन की एवज में 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। नादौन के लेबर चौक पर एसएचओ रिश्वत की रकम ले रहा था तो विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार (Arrest) करने का प्रयास कियाए लेकिन वह विजिलेंस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास करते हुए मौके से फरार हो गया। अगले दिन विजिलेंस और फोरेंसिक साइंस विभाग ने जब एसएचओ की गाड़ी की तलाशी ली तो 0.84 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। गाड़ी के स्टीयरिंग और गियर लीवर पर एसएचओ की उंगलियों के निशान का मिलान नोटो पर लगे केमिकल से करने के लिए फोरेंसिक साइंस विभाग ने सैंपल भी एकत्रित किए। नीरज के खिलाफ भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम, हत्या के प्रयास और एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज है। इसी बीच, बीते शुक्रवार को हाईकोर्ट ने आरोपी को 31 जनवरी तक अंतरिम अग्रिम जमानत दी। अब विजिलेंस 31 जनवरी को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट फाइल करेगी। विजिलेंस आरोपी को रिमांड पर लेने का प्रयास कर रही है।