लाहौल में खंमीगर ग्लेशियर में फंसे 16 ट्रैकर्स का दल , 2 की मौत, बचाव दल गठित
ग्लेशियर की ऊंचाई करीब 5034 मीटर है. ट्रैकर्स इसमें फंसे हुए हैं.
रेस्क्यू के लिए बनाया 32 सदस्यीय दल
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में ट्रेकिंग के लिए खंमीगर ग्लेशियर गया 16 ट्रेकर्स का दल वहां फंस गया है. बर्फबारी और ठंड के चलते यहां दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि अन्य फंसे हुए हैं. सूचना मिलने के बाद अब जिला प्रशासन ने इनके बचाव के लिए अभियान शुरू कर दिया है. इसके लिए अब एक 32 सदस्यीय बचाव दल का गठन किया गया है.
उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि 15 सिंतबर को इंडियन माउंटेनियरिंग फांउडेशन पश्चिम बंगाल के 6 सदस्य बातल से काजा वाया खमींगर ग्लेशियर ट्रैक को पार करने रवाना हुआ थे। दल के साथ 10 पोटर भी शामिल हैं। 16 सदस्यीय ट्रैकिंग दल के दो सदस्यों ने सोमवार सुबह स्पिति प्रशासन को काजा में आकर खंमीगर ग्लेशियर में फंसे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो साथी ट्रैकर्स की मौके पर मौत हो चुकी है। अन्य 14 साथी अभी वहीं फंसे है।
मिली जानकारी के अनुसार तीन ट्रैकर, एक शेरपा यानि लोकल गाइड और 10 पोटर 5034 मीटर ऊंचे खंमीगर ग्लेशियर में फंसे है। रेस्क्यू टीम को खमींगर पहुंचने में तीन दिन लगेंगे। हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्कयू करने के लिए बातचीत की है। हालांकि वह हेलीकॉप्टर से पहुंचना संभव नहीं है। इसलिए 32 सदस्यीय रेस्क्यू दल का गठन किया है। रेस्क्यू अभियान पिन घाटी के काह गांव से शुरू होगा। 28 सितंबर को काह से चंकथांगो, दूसरे दिन चंकथांगो से धार थांगो और अंतिम दिन धारथांगो से खमींगर ग्लेशियर टीम पहुंचेगी। तीन दिन खंमीगर ग्लेश्यिर से काह वापस पहुंचने में लंगेगे।
32 सदस्यीय रेस्क्यू टीम:
प्रशासन ने 32 सदस्यीय रेस्क्यू टीम का गठन किया है। मंगलवार से टीम अभियान शुरू करेगी। रेस्क्यू टीम में 16 आईटीबीपी जवान, 6 डोगरा स्काउट के जवान और इनमें एक चिकित्सक भी है। साथ ही बोझा उठाने के लिए 10 पोटर भी जाएंगे।