शिमला: 13.01.2023 : श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर जलाशय पर 90 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर विद्युत परियोजना के परियोजना स्थल पर आज भूमि पूजन करके इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) कार्यों का शुभारंभ किया।
श्री नन्द लाल शर्मा ने बताया कि परियोजना को एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) द्वारा निष्पादित किया जा रहा है। इस परियोजना को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) द्वारा आयोजित खुली प्रतिस्पर्धी टैरिफ आधारित बोली के माध्यम से 3.26 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिल्ड ओन एंड ऑपरेट आधार पर हासिल किया गया है। एसजीईएल, आरयूएमएसएल और मैसर्स एम.पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एमपीपीएमसीएल) के मध्य विद्युत खरीद करार पर हस्ताक्षर किए गए। नवीनतम विकास गतिविधि में, परियोजना के लिए ईपीसी अनुबंध मैसर्स लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड को अवार्ड किया गया है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि इस परियोजना पर 650 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। अनुबंध करार के अनुसार, परियोजना दिसंबर 2023 तक कमीशनिंग के लिए निर्धारित है। इस परियोजना से प्रथम वर्ष में 196 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन और 25 वर्षों की अवधि में लगभग 4570 मिलियन यूनिट का संचयी विद्युत उत्पादन अपेक्षित है। परियोजना की कमीशनिंग पर कार्बन उत्सर्जन में 2,23,923 टन की कमी होने की संभावना है जो वर्ष 2070 तक भारत सरकार के शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के मिशन में एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।
इस अवसर पर एसजेवीएन की निदेशक (कार्मिक), श्रीमती गीता कपूर, निदेशक (वित्त) श्री ए.के. सिंह और एसजेवीएन, एसजीईएल एवं एलएंडटी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।