दिन हजारों लोग करते हैं जल स्रोत का प्रयोग, बड़े हादसे को न्यौता
मंडी शहर के बीचों बीच ऐतिहासिक जैंचू नौण पर बनी पैहरू की बांय का आंगन धंस रहा है तथा इस आंगन में बने रेन शैल्टर की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। रोजाना यहां पर हजारों लोग पेयजल के लिए आते हैं तथा रेन शैल्टर के नीचे बैठते हैं। जिस तरह से यह दरारें बड़ी होती जा रही हैं व आंगन धंस रहा है उससे एक बड़े खतरे का संकेत मिल रहा है। जिस हालत में यह रेन शैल्टर व आंगन पहुंच गया है इससे कोई बड़ा जानी नुकसान हो सकता है। इसी रेन शैल्टर पर साथ लगते शौचालय की पानी की टंकी भी रखी है जिसका पानी हर समय बहता रहता है। इससे भी नुकसान हो रहा है। रेन शैल्टर व आंगन के साथ साथ बहते नाले पर बनी नगर निगम की दुकानें भी नीचे से कमजोर हो चुकी है। इन दुकानों में भी हर समय लोग रहते हैं। इस बारे में पहले भी नगर निगम को आगाह किया जा चुका है मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इन दरारों को देख कर तो यही लग रहा है कि नगर निगम स्वयं किसी हादसे का इंतजार कर रहा है। इस बारे में जब स्थानीय नगर निगम पार्षद माधुरी कपूर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दरारें पडऩे की बात ध्यान में आई है। सुपरीवाइजर को मौके पर भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आते ही निगम के इंजीनियरों को मौके पर भेजा जाएगा तथा जो भी संभव होगा किया जाएगा। इसे मरम्मत करने से काम चल जाएगा तो मरम्मत होगी और यदि नए सिरे से बनवाना पड़ेगा तो वह भी किया जाएगा।
फोटो: जैंचू नौण पर बना रेनशैल्टर जिसकी दीवारों में दरारें साफ नजर आ रही हैं।