धर्मशाला: कालेजों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 15 जुलाई से होगी। वहीं सभी संकाय के सिलेबस को बदलने की तैयारियां चल रही हैं। नई शिक्षा नीति के एजैंडे के अनुसार इसे तैयार किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न विषयों के सिलेबस में बदलाव के लिए कमेटियों का गठन किया गया था, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में नए सत्र में 20 से 25 फीसदी तक सिलेबस बदलाव की बात कही जा रही है। हालांकि इस सत्र में सिलेबस में यह बदलाव आर्ट्स, साइंस व कॉमर्स संकाय के प्रथम वर्ष के लिए रहेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पुराने कोर्स में स्किल कोर्स जोड़े जाने के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखा जाएगा। कोई भी कोर्स या पढ़ाई जॉब ओरिएंटेड हो, इसे ध्यान में रखकर बदलाव किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के तहत ग्रैजुएशन 4 वर्ष की होगी। पहला सर्टीफिकेट कोर्स होगा। दूसरे साल डिप्लोमा और तीसरे साल में अंडर ग्रैजुएशन विद डिग्री और चौथे साल में डिग्री विद रिसर्च होगा। हालांकि 15 जुलाई से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र में इसे लागू किया जाना है या नहीं, इसे सरकार व विश्वविद्यालय को फैसला लेना है।
यह कहना है धर्मशाला कालेज के प्रिंसीपल का
धर्मशाला कालेज के प्रिंसीपल डा. राजेश का कहना है कि 15 जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र में विभिन्न संकाय के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए सिलेबस में कुछ बदलाव होंगे। नई शिक्षा नीति के तहत ग्रैजुएशन के 4 साल किए जाने हैं। यह सरकार को तय करना है कि नई शिक्षा नीति के किन बिंदुओं को इस वर्ष शामिल करना है। विभिन्न विषयों के सिलेबस में बदलाव के लिए बनाई गई कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। 20 से 25 फीसदी सिलेबस में बदलाव हो सकता है।