ऊना: हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ज्वाला जी और माता ब्रजेश्वरी देवी के दरबार दंडवत यात्रा पर करीब साढे 4 महीने से निकले उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं के साथ मारपीट (Beating) की सनसनीखेज घटना सामने आई है। सोमवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की सरजमीं पर कदम रखते ही उनके साथ यह घटना पेश आई। हालांकि यह घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव करते हुए आरोपियों के चंगुल से इन श्रद्धालुओं (Devotees) को बचाया। वहीं उन्हें रात्रि ठहराव के लिए आश्रय भी दिया। जबकि मंगलवार सुबह फिर से इन श्रद्धालुओं की यात्रा शुरू हुई। उत्तर प्रदेश से आए श्रद्धालु सुरक्षा कारणों के चलते पुलिस के पास भी शिकायत नहीं करना चाहते। हालांकि इस मामले की जिला भर में कड़े शब्दों में निंदा की जा रही है
दोनों श्रद्धालुओं ने बताया कि उनके साथ शराब के नशे में धुत कार सवार युवकों ने दुर्व्यवहार और मारपीट की। जिला मुख्यालय के साथ सटे एक ढाबा संचालक और कुछ अन्य लोगों ने इन दोनों श्रद्धालुओं को आरोपियों के चंगुल से बचाया। इन दोनों श्रद्धालुओं में से एक तो दिव्यांग हैं जो ट्राय साइकिल पर दंडवत यात्रा कर रहे अपने सहयोगी के साथ करीब साढे 4 महीने से चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के एटा जिला निवासी श्रद्धालु सतेंद्र यादव और हाथरस निवासी विपिन उपाध्याय ने बताया कि उन्हें करीब 9.00 बजे से फॉलो किया जा रहा था। जबकि रात के वक्त जब वह अपने लिए शहर के पास एक आश्रय ढूंढ रहे थे तो उसी वक्त उनका पीछा कर रहे कार सवार उनके पास आ पहुंचे और उन्हें गाली गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
मारपीट करने वाले युवक श्रद्धालुओं पर दंडवत यात्रा के नाम पर धंधा करने का आरोप लगा रहे थे। वहीं, दिव्यांग श्रद्धालु को भी यह कहते हुए थप्पड़ मार दिया कि उनके एक थप्पड़ से वह भागना शुरू कर देगा। घटना के बाद रोते हुए इन श्रद्धालुओं ने बताया कि वे देवभूमि में कई बार पैदल और एक बार दंडवत यात्रा पहले भी कर चुके हैं। लेकिन ऐसा व्यवहार उनके साथ पहली बार हुआ है जिसके चलते वह काफी दुखी भी हैं। हालांकि जिला मुख्यालय के साथ लगते कोटला कला निवासी दीपक शर्मा नाम के युवक ने इन श्रद्धालुओं को रात के लिए आश्रय भी दिया। वहीं पुलिस के पास शिकायत के संबंध में पूछे जाने पर श्रद्धालुओं ने कहा कि वह दूसरे राज्य से आए हैं ऐसे में आरोपियों के खिलाफ शिकायत करने पर उन्हें अपनी जान का भी खतरा हो सकता है।