हिमाचल प्रदेश में चम्बा जिले के कलवारा जंगल में घास काट रही देवरानी-जेठानी पर भालुओं के हमले में देवरानी की मौत हो गई। जबकि, जेठानी को प्राथमिक उपचार देने के बाद मेडिकल कॉलेज चंबा में दाखिल किया गया है। मृतका की पहचान 44 वर्षीय पिंकी देवी पत्नी सरनो राम गांव दलपा डाकघर बकाणी के रूप में हुई है। जबकि, भालुओं के हमले में 56 वर्षीय ठांठी देवी पत्नी लेहरु राम गांव दलपा डाकघर बकाणी के रूप में हुई है। पुलिस देखरेख में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग के अधिकारियों ने मृतका के परिजनों को 10 हजार रुपये और घायल के परिजनों को पांच हजार रुपये की फौरी राहत दी है।मृतका के भतीजे पवन कुमार पुत्र मान सिंह गांव टिकरेड़ी गांव बकाणी ने बताया कि शुक्रवार सुबह 9:00 बजे उसकी चाचीयां ठांठी देवी और पिंकी देवी जोकि आपस में देवरानी और जेठानी है। घास काटने के लिए गांव के साथ लगते कलवारा जंगल में गई थी। सुबह 10:00 बजे अचानक घात लगाकर बैठे भालुओं के झुंड ने उन पर हमला कर दिया।
अचानक हुए हमले के बाद बुरी तरह से लहूलुहान हुई महिलाओं ने जोर-जोर से चींखना-चिल्लाना आरंभ किया। जिनकी आवाज सुन कर ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच कर भालुओं को शोर कर वहां से खदेड़ा।
घायलावस्था में उन्हें एंबुलेंस के जरिये मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। जहां पर चिकित्सक ने पिंकी देवी को मृत करार दिया। जबकि, ठांठी देवी को प्राथमिक उपचार के बाद दाखिल कर लिया गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिए हैं।