कांगड़ा : हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेने के आरोप में विजिलैंस ने कनिष्ठ अभियंता को दबोचा है। आरोप है कि निर्माण कार्य के बिल पास करने की एवज में उक्त कनिष्ठ अभियंता ने रिश्वत मांगी थी। ऐसे में विजिलैंस ने रंगे हाथ उक्त कनिष्ठ अभियंता को 5000 रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। विजिलैंस के एएसपी बलवीर जस्वाल ने बताया कि खंड विकास कार्यालय भवारना में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता विनय कुमार को रिश्वत प्रकरण में रंगे हाथों पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि पालमपुर के समीप दरंग पंचायत भवन में कनिष्ठ अभियंता द्वारा विजय पठानिया से यह रिश्वत ली जा रही थी। उन्होंने बताया कि चाहड़ खोला में वीएमजेएस योजना के अंतर्गत निर्मित सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य के बिल पास करने की एवज में कनिष्ठ अभियंता ने यह धनराशि रिश्वत के रूप में मांगी थी। ऐसे में इसकी सूचना विजीलैंस को प्राप्त हुई तथा विजीलैंस ने कार्ययोजना के अंतर्गत रंगे हाथ कनिष्ठ अभियंता को 5000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
विदित रहे कि गिरफ्तार जेई विनय कुमार पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2019 में बैजनाथ ब्लॉक की एक पंचायत में निर्माण कार्य की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत ली गई थी, जिस पर कार्रवाई करने के दौरान जेई विनय कुमार से 78 हजार रुपए, जबकि संबंधित पंचायत प्रधान के पास से 22 हजार रुपए की राशि बरामद हुई थी। यह मामला भी अभी चल रहा है।