मंडी/चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच का सब इंस्पैक्टर बनकर ट्रैफिक विंग में रिकवरी वैन लगवाने के नाम पर 2 लाख रुपए की ठगी करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान मंडी जिला निवासी विनोद कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी से चंडीगढ़ पुलिस के सब इंस्पैक्टर की वर्दी भी बरामद की है। मंडी निवासी छविराम की शिकायत पर मलोया थाना पुलिस ने ठगी करने वाले आरोपी विनोद कुमार पर मामला दर्ज कर उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
छविराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी मंडी निवासी विनोद कुमार से मुलाकात हुई थी। विनोद ने खुद को चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट में सब इंस्पैक्टर तैनात होने की बात कही। उसने कहा कि पुलिस अफसरों से अच्छी जान-पहचान है और वह ट्रैफिक विंग में उसकी 407 गाड़ी को रिकवरी में लगवा देगा। ट्रैफिक पुलिस रिकवरी वैन का हर महीने एक लाख रुपए किराया देगी। शिकायतकर्ता ने टाटा 407 को रिकवरी वैन में मोडिफाई करवा लिया। इसके बाद विनोद कुमार ने रिकवरी वैन और 2 लाख रुपए उससे ले लिए और फिर बहाने बनाने लगा। छविराम को विनोद पर शक हुआ और उसने मामले की जांच-पड़ताल की तो पता चला कि विनोद कुमार चंडीगढ़ पुलिस में नहीं है और उससे ठगी की है। आरोपी को पकड़ने के लिए मलोया थाना पुलिस ने सैक्टर-38 में जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किया गया शातिर आरोपी चंडीगढ़ पुलिस के सब इंस्पैक्टर की वर्दी डालकर लोगों से मुलाकात करता और वीडियो कॉल पर बातचीत करता था। खुद को क्राइम ब्रांच में तैनात बताकर लोगों को चकमा दिया करता था। यह बात आरोपी से की गई पूछताछ में पता चली है। पुलिस अब यह पता लगाने में लगी है कि उसने और किन-किन लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।