कांगड़ा : माता चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन करके लौट रहे उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं की मिनी बस सड़क हादसे का शिकार हुई है. गनीमत यह रही कि बस खाई में नहीं गिरी और अन्यंत्रित होकर सड़क पर ही पलट गई. हादसा देहरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत कोटला बेहड़ के दुरंगाई में पेश आया. मिनी बस में कुल 20 श्रद्धालु सवार थे. यह सभी उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं गांव बांस बलौलिया से माता चिंतपूर्णी के दर्शन करने आए थे. इस हादसे में कुल 12 लोग घायल हुए हैं. जिनका इलाज सिविल अस्पताल डाडा सीबा में चल रहा है. जबकि 3 गंभीर रूप से घायलों को डॉ राजेन्द्र प्रशाद मेडिकल कॉलेज टांडा रैफर किया है.
हादसे की वजह यह भी बताई जा रही है कि श्रद्धालुओं ने जम्मू पहुंचकर सात बजे की ट्रेन पकड़नी थी. वहीं एक श्रद्धालु ने बताया कि ड्राइवर ने शराब पी रखी थी. इसलिए बस सड़क पर पलट गई व दूसरी तरफ गहरी खाई थी. जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के थाना देहरा की संसारपुर टैरस चौकी के अंतर्गत कोटला बेहड़ के दुरगांई में रविवार दोपहर ये बस हादसे का शिकार हो गई.
जानकारी के अनुसार एक ही परिवार के 20 सदस्य जिला बदायूं गांव बांस बलौलिया से माता के दर्शनों के लिए मिनी बस में सवार होकर चिंतपूर्णी मंदिर में माथा टेकने के बाद घर लौट रहे थे. इन श्रद्धालुओं ने शाम 7 बजे जम्मू से ट्रेन की बुकिंग करवाई थी लेकिन जम्मू जा रही बस कोटला बेहड़ के पास दुरगांई में चालक के नियंत्रण खो देने से अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में 12 लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं. हादसे के उपरांत स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया और घायलों को बस से निकाल कर उपचार के लिए सिविल अस्पताल डाडासीबा पहुंचाया.
संसारपुर टैरस चौकी प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि हादसे में गंभीर रूप से घायल 4 लोगों का डाडासीबा में डाॅ. शशांक शर्मा, डाॅ. नितिन शर्मा और स्टाफ ने उपचार किया, जिसके बाद 3 घायलों 2 महिलाएं व एक बच्ची को मेडिल काॅलेज टांडा रैफर कर दिया गया. इस संबंध में डीएसपी देहरा-ज्वालामुखी चंद्र पाल ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.
हादसे में जिला बदायूं गांव बांस बलौलिया के श्रद्धालु घायल हुए हैं. इनमें अंश तोमर (12) पुत्र रॉकी तोमर, लता चौहान (48) पत्नी किशन चंद, सुजाता सिंह (36) पत्नी रोचन सिंह, कुसुम (36) पत्नी नितिन, नितिन (40) पुत्र चंद्रभान सिंह, पायल तोमर (15) पुत्री रॉकी तोमर, वैष्णवी (11) पुत्री जुगनेश, आस्था (8) पुत्री जुगनेश, युग तोमर (6) पुत्र सचिन कुमार, रोनक तोमर (10) पुत्री सचिन कुमार, अक्षिका (14) पुत्री सचिन तोमर, रूबी तोमर (35) पत्नी सचिन, अनुपम पत्नी जिगनेश शामिल हैं. टांडा रैफर किए गए श्रद्धालुओं में लता चौहान (48) पत्नी किशन चंद, सुजाता सिंह (36) पत्नी रोचन सिंह और अंश तोमर (12) पुत्र रॉकी तोमर हैं.