हिमाचल प्रदेश में स्कूटी के नंबर के लिए 1 करोड़ 12 लाख 15 हजार 500 की बोली खासी सुर्खियों में है। ऑनलाइन मीडिया सहित प्रिंट मीडिया ने बोली को टाॅप न्यूज बना, चूंकि शुक्रवार शाम को बोली की मियाद 5 बजे पूरी हो गई, लिहाजा पब्लिक डोमेन में HP 99-9999 नंबर की सबसे ऊंची बोली लगाने वाले बोलीदाता का नाम रिफ्लेक्ट हो गया है। लेकिन इससे अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। एप्लिकेशन नंबर भी रिफ्लेक्ट हो गया। देशराज ने ये स्कूटी राजवीर ऑटो मोबाइल बद्दी से खरीदी है। बोली में हिस्सा लेने के लिए डीलर के प्रतिनिधि मोहित तिवारी ने स्कूटी की डाॅक्यमेंटेशन की प्रक्रिया को पूरा किया।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक कार के लिए ये नंबर हासिल करने के लिए संजय कुमार ने एक करोड़ 11 हजार की बोली लगाई है। कार को कंपीटेंट मोटर्स भुटकर ने संजय को बेचा है। तीसरी सबसे ऊंची बोली बाइक के नंबर के लिए धर्मवीर ने 1 करोड़ 500 रुपए की लगाई है। ये बाइक सुधीर ऑटो मोटिव्स से खरीदी गई है। एजेंसी कांगड़ा के जसूर की बताई गई है। ट्रांसपोर्ट विभाग ने इस नंबर का आरक्षित मूल्य एक हजार रुपए निर्धारित किया था।
बहरहाल समूचे हिमाचल में हर कोई ये जानना चाहता है कि स्कूटी के नंबर के लिए एक करोड़ 12 लाख की बोली लगाने वाला देशराज कौन है। बेशक ही देशराज के बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं है, लेकिन एक करोड़ से अधिक की बोली लगाने वाले तीन बोलीदाताओं के डीलर्स (dealers) की जानकारी सामने आ गई है।
बोली से जुड़ी खबरों को फाॅलो कर रहे लोगों को ये लगता है कि एक स्कूटी के नंबर के लिए इतनी भारी भरकम राशि जमा नहीं करवाई जाएगी। हालांकि, बोलीदाता के पास इस राशि को ऑनलाइन (Online) ही जमा करवाने के लिए तीन दिन का वक्त है, राशि जमा न होने पर दूसरी सर्वाधिक बोली लगाने वाले को मौका मिलेगा। इसके बाद तीसरी सर्वाधिक बोलीदाता को अवसर दिया जाता है। तीनों के ही मुकरने की सूरत में बोली रद्द हो जाती है।
चूंकि तीन बोलीदाताओं ने एक करोड़ से अधिक की कीमत लगाई है, लिहाजा मामूली सी उम्मीद इस बात की भी है कि ट्रांसपोर्ट विभाग को नंबर की एवज में एक करोड़ 12 लाख मिल सकता है। वीवीआईपी नंबर (VVIP Number) का मालिक कोई बनेगा या नहीं, इसका खुलासा 9 दिन बाद ही हो पाएगा। 3-3 दिन का वक्त तीनों सबसे ऊंची बोलीदाताओं (high bidders) को मिलेगा।
बता दें कि आमतौर पर वीआईपी नंबर पाने की प्रक्रिया नीलामी के जरिए होती है। इस प्रक्रिया के तहत एक व्यक्ति जो सबसे ज्यादा बड़ी बोली लगाता है, नंबर उसका हो जाता है। कोटखाई में स्कूटी के HP 99-9999 नंबर की बोली 01 हजार रुपए से शुरू हुई थी, जो पिछले कल 1.12 करोड़ रूपये पहुंच गई थी। आज शुक्रवार शाम पांच बजे नीलामी खत्म होने पर देश राज ने उक्त रकम की बोली के साथ ये नंबर अपने नाम कर लिया।
यहां यह बात गौर करने वाली है कि स्कूटी की कीमत 70 हजार से एक लाख रूपये तक है। यानी एक लाख की स्कूटी में मनपसंद नंबर लेने के लिए देश राज को एक करोड़ से अधिक रकम खर्च करनी होगी। देश राज जैसे ही 1.12 करोड़ की रकम जमा कर देते हैं, तो उन्हें आरटीओ से एचपी 99-9999 नंबर मिल जाएगा।
उधर, परिवहन विभाग के संयुक्त निदेशक (Joint director) हिमेस नेगी ने कहा कि नीलामी प्रक्रिया पूरी हो गई है। एक सवाल के जवाब में संयुक्त निदेशक ने इस बात की भी पुष्टि की कि सर्वाधिक बोली लगाने वाले देशराज ने बद्दी से स्कूटी को खरीदा है। एक व्यक्ति ने कार के नंबर के लिए एक करोड़ से अधिक की बोली लगाई है, वहीं बोलीदाता धर्मवीर ने बाइक के नंबर के लिए भी एक करोड़ से अधिक की बोली लगाई है।