क्यों पूछता है “राही”मैं पहले सा नहीं हूँ,शक्ल तो वही है बस”दिवंगत” हो गया हूँ,तू ढूँढता है जिसको वोह अब मैं नहीं हूँ,काया तो है पहले सीपर मैं कहीं नहीं हूँ,था कभी निगाहों मेंअब भी वहीं डटा हूँ,तब भी “खटकता” था अब भी खटक रहा हूँ,”रिश्तों” की बारात में कुछ […]
हिन्दी कविता
ये शायरी ओर किनके लिए… हक़ है तुम्हारा इनपे.. तुम्हारी है, नाज़ करो…
अब दूरियाँ बना ही रहे हो तो बरक़रार भी रखना,हम क़रीब नहीं आएंगे हम पर एतबार भी रखना !! तमाम उम्र कटेगी यूँ ही…वो सामने ना होगी.. फिर भी दिखेगी… ये शायरी ओर किनके लिए…हक़ है तुम्हारा इनपे.. तुम्हारी है, नाज़ करो…
मैंने कोरोना का रोना देखा है! और उम्मीदों का खोना देखा है!!
मैंने कोरोना का रोना देखा है!और उम्मीदों का खोना देखा है!! लाचार मजदूरों को रोते देखा है!गिरते पड़ते चलते और सोते देखा है! पिता को सूनी आंखों से तड़पते देखा है!!तो मां की गोद में बच्चे को मरते देखा है! गरीबों का खुलेआम रोष देखा है!!तो मध्यमवर्ग का मौन आक्रोश […]
मैं तेरे इश्क की औकात दैखना चाहता हूं , और इसलिए
मैं तेरे इश्क की औकात दैखना चाहता हूं , और इसलिए …….. क्या मसरूफियत में मेरा ख़्याल आता है तुझे … या उठाता है ,जब दुआओं में , तू हाथ .. … तो क्या नाम मेरा भी , याद आता है तुझे ………. बेअदब , बेसबब सी , जब मैं […]
यादों की तितली ,रंग बिरंगी,पकड़ी तो बेरंग हो गई । बहुत चाहा जिसे, सम्भाला भी बहुत ,वही चीज़ अक्सर खो गई।
यादों की तितली ,रंग बिरंगी,पकड़ी तो बेरंग हो गई ।बहुत चाहा जिसे, सम्भाला भी बहुत ,वही चीज़ अक्सर खो गई।ख्वाहिशों का धुआं करते रहे , इक तमन्ना कहीं बहुत रो गई ।जगाते रहे रोज़ आरज़ू इक नई,और एक चाहत दिल में सो गई।ज़िन्दगी पहुंच गई थी वहां ,मौत होते होते, […]
ख़ामोशी तू मेरे साथ चल ,डर लगता है अब कहने में , सब कुछ तू कहती रहना ,डर लगता है अब सहने में ,
ख़ामोशी तू मेरे साथ चल ,डर लगता है अब कहने में ,सब कुछ तू कहती रहना ,डर लगता है अब सहने में ,तेरा सहारा , मज़बूत लगे ,महफ़िल कितनी अकेली है , लोगों की गिनती ना करना , बस इक तू ही सहेली है । तूने सुना , तूने देखा […]
ये लोग भी कितने अजीब है ना, यहाँ जब तक इँसान जिँदा रहता हैं तब तक कोई किसी को नहीं पूछता….
ये लोग भी कितने अजीब है ना,यहाँ जब तक इँसान जिँदा रहता हैं तब तक कोई किसी को नहीं पूछता,लेकिन जेसे ही वह यह दुनिया छोडकर जाता हैं ना,पुरा कायनात स्टेटस डालता हैं,#जय हिंद.. फितरत सोच और हालात में फर्क है वरना,इन्सान कैसा भी हो दिल का बुरा नहीं होता। […]
मेरी जगह अगर तुम होतेयकीन करो थक गए होते______
मेरी जगह अगर तुम होतेयकीन करो थक गए होते______ जमीन जल चुकी हैं आसमान बाकी हैं, दरख्तों तुम्हारा इम्तिहान बाकी हैं;बादलों बरस जाओ सुखी जमीनों पर, कहीं मकां गिरवी हैं, कहीं लगान बाकी हैं
मेरा गुरू …. जीवन के इस सफ़र में , जो सीख मुझको दे गया , वो ही गुरू मेरा बना , वो ही गुरू मेरा बना ।
मेरा गुरू …. जीवन के इस सफ़र में , जो सीख मुझको दे गया , वो ही गुरू मेरा बना , वो ही गुरू मेरा बना । फूलों ने मुझको सिखाया , कैसे दुःख में खुश रहें । पानी ने मुझको सिखाया , कैसे अपनी राह चुनें । पेड़ों ने […]
आग होती , तो बुझ जाती , आह होती , तो निकल जाती ,
आग होती , तो बुझ जाती , आह होती , तो निकल जाती , क्या तुम्हें ख़बर है, ये क्या है ? प्यास होती , तो पी लेते , राह होती , तो चल देते ,क्या जानें हम ,कि ये क्या है …. दर्द होता , तो दब जाता , […]