बिलासपुर : मां की ममता ना जाने किस रूप में अपने बच्चों के प्रति व्यक्त होती है, इसकी कोई व्यक्ति कल्पना नहीं कर सकता है। मां ही है जो अपने बच्चों की बेहतरी के लिए पल-पल किरदार बदलती है। फिर चाहे गुस्से में बच्चे को फटकारना हो या दुलारना हो, मां से बेहतर कोई नहीं कर सकता है। आज एक ऐसा ह्रदय विदारक समाचार सूबे के जिला बिलासपुर से सामने आ रहा है। जिसमें एक मां ने अपनी बेटी को डांटते हुए पिटाई तो कर दी, मगर पिटाई के बाद अपराध बोध के चलते जहर खाकर अपनी जान दे दी।
मिल रही जानकारी के अनुसार जिला बिलासपुर के तहत आते थाना भराड़ी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि भराड़ी स्थित ग्राम पंचायत मरहाणा के गांव बप्याड़ में एक महिला ने जहर खा कर अपनी जान दे दी। हालांकि जहर खाने से महिला की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे इलाज के लिए भराड़ी अस्पताल ले गए। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना पुलिस को भी दी, जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस थाना भराड़ी की टीम अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने उपचाराधीन महिला से जब पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी बेटी बुआ के घर जाने की जिद कर रही थी। लेकिन वह उसे वहां भेजने से इंकार कर रही थी।
महिला ने बताया कि उसने बेटी को पहले स्कूल की छुट्टियों का काम पूरा करने के लिए कहा। लेकिन उसकी बात पर बेटी बहस करने लगी। जिस पर उसे गुस्सा आ गया और उसने गुस्से में आकर अपनी बेटी की पिटाई कर दी। पिटाई के बाद बेटी जब फूट-फूट कर रोने लगी तोए मां को अफसोसवश अपराध बोध होने लगा। जिसके बाद उसने घर में पड़ी सल्फास (जहर) पी ली।परिजन महिला को इलाज के लिए भराड़ी अस्पताल ले गए। वहां महिला को प्राथमिक उपचार के बाद उसे हमीरपुर रेफर कर दिया। मगर हमीरपुर में तबियत अधिक बिगड़ने के बाद उसे देर रात टांडा अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है।
उधर पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर गई। जहां पुलिस ने महिला के बयान उसकी मौत से पहले दर्ज कर लिए थे। मृतक महिला का नाम चंद्रेश कुमारी है। जिसकी उम्र 37 साल थी। पुलिस मामले की गहनता से तफ्तीश कर रही है।