हिमाचल प्रदेश की सोलन पुलिस को चिट्टा तस्करी के मामले में जबरदस्त सफलता हासिल हुई है। खाकी की स्पेशल टीम ने भारत-पाकिस्तान सीमा से चिट्टा की तस्करी करने वाले आरोपियों में से एक आरोपी को अटारी वाघा बॉर्डर के समीप से गिरफ्तार किया है।25 सितंबर स्पेशल टीम द्वारा चिट्टा तस्करों पर रखी जा रही निगरानी के दौरान पाया गया कि शूलिनी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाला छात्र दक्ष ठाकुर चिट्टे की खरीद फरोख्त में शामिल है, जो यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के अलावा अन्य युवक युवतियों को भी चिट्टा सप्लाई करता है। आरोपी Shoolini university से एम फार्मा की पढ़ाई की कर रहा है।टीम ने दक्ष ठाकुर के कमरे में दबिश दी। ऊना के रहने वाले 23 वर्षीय दक्ष ठाकुर से 12 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ।
आरोपी को गिरफ्तार कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। बैकवर्ड लिंकेज इन्वेस्टिगेशन के दौरान आरोपी से खेप के सप्लायर बारे पूछताछ की गई, जिसमें पता चला कि यह पिछले कुछ सालों से अटारी बॉर्डर के एक नशा तस्कर पंजाब के अमृतसर की अटारी तहसील के रहने वाले 33 वर्षीय मंगल सिंह के संपर्क में है और लगातार हेरोइन की तस्करी हिमाचल प्रदेश में ऊना, मंडी और सोलन में कर रहा था। बेहद ही प्रोफेशनल तरीके से सोलन पुलिस द्वारा नशा तस्कर मंगल सिंह की निगरानी ( surveillance) की गई। इस दौरान खुलासा हुआ कि नशा तस्कर भारत- पाकिस्तान की सीमा से 6 किमी दूर एक में रहता है और पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से आने वाली हेरोइन की तस्करी में सालों से लिप्त है। आरोपी को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम (special team) गठित की गई। इसके बाद आरोपी को अटारी बॉर्डर के पास भारत- पाकिस्तान (Indo-Pak border) की सीमा से गिरफ्तार कर सोलन लाया गया।
न्यायालय में पेश कर 13 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपी के नेटवर्क में संलिप्त हिमाचल के अन्य तस्करों को भी जांच में शामिल किया गया है। तेज तर्रार एसपी गौरव सिंह ने कहा कि पिछले 3 महीनों में बाहरी राज्यों के 32 सप्लायरों को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 4 अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन नागरिक भी शामिल है। बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाये जा रहे चिट्टा तस्करी के 6 बड़े नेटवर्कों को ध्वस्त कर दिया गया है।