हम लोकतंत्र के लिए लड़ते, हम लोकतंत्र के लिए मरते हैं,
हम अपने विचारों से एक, लोकतांत्रिक दुनिया गढ़ते हैं।
जहाँ जनता राज करती है, जहाँ जनता भूखी नहीं मरती है,
जहाँ औरत की इज्ज़त होती है,जहाँ सबके हाथों में रोटी है,
ऐसा देश बनाने के लिए, शब्द भी कम पड़ते हैं,
हम अपने विचारों से एक,लोकतांत्रिक दुनिया गढ़ते हैं।
जहाँ शिक्षित है हर व्यक्ति,चढ़ता है सफलता के परवान,
जहाँ छात्र मुट्ठियों में भींचे ,रखता है बुलंदियों का आसमान,
जहाँ प्रत्येक नागरिक सवालों से ,सरकार बदलने की ताक़त रखता है,
जहाँ जाति-धर्म-समुदाय को छोड़कर,बेरोजगारी देश का असली मुद्दा है,
हम एक कल्याणकारी राज्य की कल्पना करते हैं,हम अपने विचारों से एक,
लोकतांत्रिक दुनिया गढ़ते हैं।
इंकलाब जिंदाबाद
हम लोकतंत्र के लिए लड़ते, हम लोकतंत्र के लिए मरते हैं….
