काश हो जाए पूरी हर उम्मीद यहां,नहीं इश्क़ तो फिर इनायत ही सही।
मोहब्बत नहीं तो बगावत ही सही,तेरे वास्ते यार अदावत ही सही।
बहुत बनाए हैं महलों के मलबे यहां,इस बार तो कोई इमारत ही सही।
खत्म हुआ दुश्मनी का रिश्ता ही,अब तो तेरे साथ सख़ावत ही सही।
हम भी चलेंगे कोई चाल नई सी,उनके हाथों में महारत ही सही।
क़लम उठाई है रूह ए अल्फ़ाज़ ने,तुम्हारे लिए अब ग़ज़ल ही सही।।
मंगलवार , 24 नवम्बर 2020: जानिए आज का राशिफल
Tue Nov 24 , 2020
Spaka Newsमंगलवार का राशिफल युगाब्ध-5122, विक्रम संवत 2077, राष्ट्रीय शक संवत-1942सूर्योदय 06.18, सूर्यास्त 06.23, ऋतु – शीत कार्तिक शुक्ल पक्ष दशमी, मंगलवार, 24 नवम्बर 2020 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए […]
