हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग एक और फर्जीवाड़ा आया सामने, ड्राइंग मास्टर की भर्ती में भी गड़बड़ी, पेपर लीक होने के मिले ये सबूत! पढ़ें पूरी खबर..
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले की कड़ियां आगे जुड़ती जा रही हैं। अब विजिलेंस ने चयन आयोग की ओर से आयोजित कला अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की पुष्टि भी की है। विजिलेंस जल्द मामले में तीसरी एफआईआर दर्ज करेगी। आयोग ने पोस्ट कोड 980 के तहत कला अध्यापकों के 314 पद भरने की 24 मई, 2022 को अधिसूचना जारी की थी। छंटनी परीक्षा के बाद 971 अभ्यर्थियों का 16 से 22 दिसंबर तक दस्तावेजों के सत्यापन के लिए चयन किया गया था, लेकिन अभी तक इसका अंतिम परिणाम घोषित नहीं हुआ।
एसआईटी के पास दो दर्जन से अधिक विभिन्न पोस्ट कोड की भर्तियों में अनियमितता की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। जांच में एसआईटी ने पाया कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग में कला अध्यापकों की भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ। एसआईटी को इसके पर्याप्त सबूत मिले हैं। अभी तक विजिलेंस थाना हमीरपुर में जेओए आईटी और कंप्यूटर टीचर व जूनियर ऑडिटर भर्ती के पेपर लीक मामले में कुल दो एफआईआर दर्ज हैं।
इस मामले में भंग आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक रही उमा आजाद समेत कुल आठ लोगों पर मामला दर्ज है। इनमें से चार को बीते माह हमीरपुर की कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। उमा आजाद, नितिन आजाद, निखिल आजाद और संजीव कुमार की न्यायिक हिरासत बुधवार को खत्म होने पर इन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने इन चारों को 14 मार्च तक फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गत दिवस उमा के बड़े बेटे नितिन ने अपनी उच्च शिक्षा का हवाला देते हुए हाईकोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुनवाई टाल दी है। अदालत में 20 फरवरी को दाखिल चार्जशीट के मामले में अब 13 अप्रैल को सभी आठ आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसमें वे आरोपी भी शामिल होंगे, जिन्हें जमानत मिल चुकी है।
ड्राइंग मास्टर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के संदर्भ में विजिलेंस को पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। मामले में जल्द ही तीसरी एफआईआर दर्ज होगी। चार आरोपियों को 14 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। – रेणू शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, विजिलेंस, हमीरपुर