शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज हिमाचल प्रदेश का आगामी वित्त वर्ष 2022-2023 का बजट पेश किया। ये जयराम सरकार के वर्तमान कार्यकाल के पांचवा बजट है। साथ ही ये वर्तमान सरकार का अंतिम बजट भी है क्योंकि दिसम्बर में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में इस चुनावी बजट के मुख्य बिंदु इस प्रकार है :-
शुरू में कोरोना काल में किये कार्यों का जिक्र किया तथा कहा कि रूस की स्पुतनिक का उत्पादन हिमाचल में हो रहा है।
प्रति विधानसभा नाबार्ड की सीमा बढ़ाकर 150 करोड़ रुपए किया
विधायक निधि को 1.80 करोड़ से बढकर 200 करोड़ रुपए की घोषणा।
विधायक ऐच्छिक निधि को 10 से बढ़ाकर 12 लाख रुपए किया
ग्रहणी व उज्ज्वला योजना जारी रहेगी, नए कुनैक्शन के साथ तीन सिलेंडर दिए जायँगे।
11 स्थानों पर होगी अनाज की खरीद, 4 स्थानों में बनेगी नई अनाज मंडी।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा 50 हजार एकड़ जमीन इसके अधीन लाया जाएगा, सभी पंचायतों में शुरू करेंगे, 50 हजार किसानों को प्रकृतिक खेती के लिए प्रमाणित किया जायेगा।
पराला मंडी को आदर्श मंडी के रूप में विकसित की जा रही है। 31 करोड़ से 31 मार्किट यार्ड विकसित करेंगे।
3 करोड़ से एक फूल मंडी विकसित होगी
पहाड़ी मक्की की मार्केटिंग को 2 करोड़ रुपए।
कृषि क्षेत्र को 538 करोड़ रुपए का बजट
बागवानी नीति लायी जाएगी।
स्टोक्स के योगदान को देखते हुए कोटगढ़ व थानाधार क्षेत्र में सत्यानंद स्टोक्स ट्रेल बनाई जाएगी।
गौवंश को सडकों पर न छोड़े उसके लिए कानून कड़ा करने की आवश्यकता पड़ेगी तो करेंगे, 5 बड़ी काऊ सेंचुरी व पहाड़ी गाय के लिए एक योजना की घोषणा
दूध खरीद मूल्य में 2 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि।
पात्र पशुपालन सहायकों को किया फार्मासिस्ट बनाया जायेगा, नियमों में किया जायेगा परिवर्तन
पशुपालन विभाग को 469 बजट
मत्स्य पालन के लिए जाले को 40 फीसदी सब्सिडी व महिला व अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए 60 फीसदी सब्सिडी की घोषणा।
40 हजार अतिरिक्त आवेदकों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा पेंशन।
वृद्धावस्था पेंशन के लिए आयु सीमा को घटाकर 60 साल की
पेंशन में की बढ़ोतरी