शिमला। हिमाचल प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, यहां राजधानी शिमला स्थित सदर थाना शिमला में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात कृष्ण लाल को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह कार्रवाई हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की गई है।
मूलतः मंडी के सुंदरनगर उपमंडल का रहने वाला 56 वर्षीय सब इंस्पेक्टर कृष्ण लाल थाने में ही बैठक रिश्वतखोरी का धंधा च रहा था। इसी बीच दोपहर दो से ढाई बजे के बीच हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम मौके पर आ धमकी और आरोपी सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथों धर दबोचा।
खबर लिखे जाने तक सामने आई जानकारी के अनुसार आरोपी सब इंस्पेक्टर अदालत में पेश करने की कार्यवाही की जा रही है। बताया जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर ने एक क्रिमिनल केस के इन्वेस्टिगेशन अधिकारी के तौर पर रिश्वत मांगी थी। बतौर रिपोर्ट्स, यह रिश्वत शिकायतकर्ता महिला के भाई को आपराधिक मामले से बचाने के एवज में मांगी गई थी।
वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी को टाला भी जा रहा था। इसके बाद जब शिकायतकर्ता महिला ने इस बात की जानकारी स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो को दी। तब टीम ने सदर पुलिस थाना के आइओ रूम में दबिश देकर आरोपी सब इंस्पेक्टर को अरेस्ट कर लिया।
माना जा रहा है कि अब विजिलेंस द्वारा आरोपी सब इंस्पेक्टर की चल व अचल संपत्ति के अलावा बैंक खातों को भी खंगाला जा सकता है। मामले की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अंजुम आरा द्वारा की गई है। उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि मामले की जांच जारी है। अगले 24 घंटे के भीतर आरोपी को अदालत में पेश किया जायेगा।