हिमाचल प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर के दबाव में आकर जहां प्रदेश सरकार ने किराए में बढ़ोतरी की थी तो वहीं अब इसमें प्रदेश सरकार कटौती करने जा रही है। यानी कि प्रदेश सरकार न्यू ईयर पर लोगों को न्यूनतम बस किराए में कटौती का तोहफा दे सकती है। न्यूनतम बस किराए में तकरीबन 2 रुपए की कटौती की जाएगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प 1100 पर लोगों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही है। लोगों का कहना है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम सहित निजी बसों के कंडक्टर उनसे किराया ले लेते हैं परंतु बकाया वापस नहीं मिलता। लोगों का कहना है कि कुछ कंडक्टर सवारियों से 10 रुपए लेकर उन्हें 3 रुपए वापस नहीं लौटा रहे है।
हालांकि एचआरटीसी कंडक्टर फिर भी रुपय लौटा देते हैं परंतु निजी बस के कंडक्टर बकाया ही नहीं देते। यानी कि जिस स्टेशन के 7 रुपए लगते हैं और सवारी उन्हें 10 रुपए देती है तो वह तीन रुपए वापस ही नहीं करते। ऐसे में लोगों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है और नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प 1100 पर शिकायतें भी की।
अब इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कड़ा रुख अपनाया और न्यूनतम बस किराये में दो रुपये की कटौती करने का निर्णय लिया ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके। हालाँकि अभी परिवहन विभाग को इसे लेकर प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए हैं।
सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही न्यूनतम बस किराये में कटौती की जाएगी। ऐसे में साल के पहले ही माह न्यूनतम बस किराया सात से घटाकर पांच रुपये करने की अधिसूचना जारी हो सकती है।