पालमपुर : हिमाचल में पालमपुर के निकटवर्ती गांव हंगलोह में एक सप्ताह में ही एक और जवान की पार्थिव देह गांव पहुंची तो माहौल फिर गमगीन हो गया। जानकारी के मुताबिक जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स में तैनात नायक मनोहर लाल (43) 6 जून को डिब्रूगढ़ के समीप सेना का ट्रक गहरी खाई में पलट जाने से बुरी तरह घायल हो गया था। उसकी टांग का इलाज हड्डियों के अस्पताल में चल रहा था। 22 जून को अचानक हृदय गति रुक जाने से मनोहर लाल का देहांत हो गया। 23 जून को जवान की पार्थिव देह को हवाई जहाज से अमृतसर लाया गया, जहां से सड़क मार्ग से देर रात पार्थिव देह उसके घर पहुंची। शुक्रवार दोपहर को नायक मनोहर लाल का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया।
नायक मनोहर लाल के 4 साल के मासूम बेटे विधांश ने जब चिता को मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। मनोहर अपने पीछे बेटी वंशिका (15) व पत्नी अनीता देवी को छोड़ गया है। इस मौके पर एडीएम धर्मशाला रोहित, एएसपी बद्रीनाथ व एसडीएम पालमपुर अमित गुलेरिया, कांग्रेस सेवादल के प्रधान अशोक चौधरी सहित भारी संख्या में लोगों ने जवान को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बता दें कि इससे पहले हंगलोह गांव के ही सीआरपीएफ सब इंस्पैक्टर राम कृष्ण (57) की बीते रविवार को हृदय गति रुकने से मौत हुई थी।