सिविल अस्पताल हरोली में स्वास्थ्य जांच शिविर में ऑपरेशन करवाने पहुंची एक महिला मरीज की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वीरवार सुबह उसकी पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई। महिला के परिजनों ने इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने मामले की जांच डॉक्टरों की तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपी है।
मृतका के बेटे संदीप कुमार ने बताया कि उन्हें किसी जानकार पता चला था कि हरोली अस्पताल में चल रहे शिविर में लोगों के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी मां जोगिंदर कौर (60) के पित्त की पथरी का इलाज करवाने के लिए शिविर में संपर्क किया। बुधवार शाम सात बजे ऑपरेशन का समय दिया गया। जब वह ऑपरेशन करवाने शिविर में पहुंचे तो जोगिंदर कौर को ऑपरेशन से पहले सुन करने का टीका लगाया गया।
संदीप का कहना है कि टीका लगने के बाद उनकी मां की तबीयत बिगड़ने लगी। इस पर डॉक्टरों की टीम ने उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया, लेकिन वीरवार सुबह पौने सात बजे पीजीआई में इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि हरोली में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिस कारण महिला की मृत्यु हो गई। उन्होंने प्रशासन से मामले की जांच और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। बता दें कि हरोली अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली के आकाश अस्पताल की ओर से 13 से 16 अप्रैल तक स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जा रहा है।
सीएमओ मंजू बहल ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। डॉक्टरों की तीन सदस्यीय कमेटी इसकी जांच करेगी। जांच कमेटी इसकी रिपोर्ट उन्हें सौंपेगी। रिपोर्ट के अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जल्द महिला की मौत के कारणों को सामने लाया जाएगा।