अरुणांचल प्रदेश में 6 फरवरी को मां भारती की रक्षा में जुटे 7 जवानों के बर्फीले तूफान की चपेट में आने की खबर सामने आई थी। मंगलवार शाम इन जवानों के शहीद होने की दुखद खबर मिली है। सेना द्वारा जवानों की तलाश में व्यापक स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। सेना ने सातों जवानों की पार्थिव देह बर्फ में बरामद होने की तस्दीक कर दी है।
7 जवानों में हिमाचल के बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल के सेऊ गांव का रहने वाला 21 वर्षीय अंकेश भारद्वाज भी शामिल है। पार्थिव देह के पैतृक गांव में पहुंचने को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि कुछ अरसा पहले ही अंकेश ने भारतीय सेना में सेवाएं देनी शुरू की थी।
बता दें कि ये तमाम जवान जैक बटालियन से ताल्लुक रखते थे। लापता होने की सूचना अंकेश के पिता पांचा राम को सैन्य अधिकारियों ने फोन पर दी थी। 6 सितंबर 2000 को जन्में अंकेश ने 2019 में जैक राइफल्स में सेवाएं शुरू की थी। शाम को 21 वर्षीय लाल के शहीद होने की सूचना मिलते ही समूचा इलाका शोक की लहर में डूब गया।
शहीद अंकेश का छोटा भाई 11वीं कक्षा में पढ़ता है। अंकेश के पिता भी पूर्व सैनिक रहे हैं। इसके अलावा तीन चाचा भी फौजी हैं। इसमें से दो अर्द्धसैनिक बल बीएसएफ में सेवाएं दे रहे हैं। परिवार की पृष्ठभूमि मां भारती की रक्षा से जुड़ी हुई है।
ये जवान, 14,500 फीट की ऊंचाई पर डयूटी कर रहे थे। कुछ दिनों से भारी बर्फबारी के साथ मौसम खराब रहा। कामेंग सैक्टर में बर्फबारी के बीच ये जवान पैट्रोलिंग कर रहे थे। सेना ने कहा कि शवों को हिमस्खलन स्थल से निकटतम सैन्य चिकित्सा केंद्र में लाया जा रहा है।