निजी स्कूलों की मनमानी लूट व भारी फीसों के खिलाफ छात्र-अभिभावक मंच ने फिर मोर्चा खोल दिया है। इसके खिलाफ मंच आज शिक्षा निदेशालय शिमला में सुबह 11.45 बजे विरोध प्रदर्शन करेगा। गौर हो कि कई निजी स्कूलों ने कोविड-19 के दौर में ट्यूशन फीस में भारी वृद्धि की है। स्कूलों में विद्यार्थियों को नहीं बुलाए जाने के बावजूद ट्यूशन फीस के अलावा अन्य सभी शुल्क वसूले जा रहे हैं। कुछ स्कूलों की तरफ गत 15 सितम्बर तक पूरी फीस जमा करने के फरमान जारी किए गए थे। हैरानी इस बात की है कि अभिभावकों के भारी विरोध के बावजूद राज्य सरकार इस बारे कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है। इस कारण निजी स्कूल अलग-अलग दलीलें देकर भारी फीस वसूली के लिए दबाव डाल रहे हैं। माकपा नेता विजेंद्र मेहरा इसका अभिभावकों के साथ मंच बनाकर लगातार विरोध कर रहे हैं। इसी तरह का विरोध प्रदर्शन आज भी किया जायेगा।
प्रदेश सरकार की नाकामी व उसके निजी स्कूलों से मिलीभगत के कारण निजी स्कूल दोबारा से मनमानी पर उतर आए हैं। स्कूलों में फीस बढ़ाई गई है और सरकार व .शिक्षा विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। परीक्षा के नाम पर निजी स्कूलों में फीस बढ़ाई गई है। कोरोनाकाल में जो अभिभावक फीस नहीं दे पा रहे हैं, उनके बच्चों को प्रताड़ित किया जा रहा है और किताबों के नाम पर भी अभिभावकों को लूटा जा रहा है। सरकार ने निजी स्कूलों पर लगाम लगाने के लिए लाए जा रहे कानून को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। सरकार ने इसके लिए सुझाव भी मांगें थे लेकिन अभी तक उसमें कुछ नहीं हो पाया है।