हिमाचल बिजली बोर्ड में चालकों की भर्ती विवादों में घिर गई है। बिजली बोर्ड में चालकों की भर्ती की लिखित परीक्षा का एक आडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चालकों की परीक्षा पास करवाने की बात कही जा रही है। इस वायरल हो रहे आडियो में एक व्यक्ति सुंदरनगर के विधायक का चालक बताया जा रहा है। आडियो में व्यक्ति चालक की भर्ती परीक्षा घर से ही बैठकर देने की बात कर रहा है। एक मिनट 47 सेकेंड के इस आडियो में पहले एक व्यक्ति दूसरे को पार्टी बदलने को लेकर बात कह रहा है, जबकि इसी बीच दूसरा व्यक्ति कहता है कि उसने पूंघ से ही परीक्षा दे दी है, साथ ही कहता है कि 16 लोग आर्मी कोटे के लगे है और अन्य पदों की जानकारी दे रहा है, पहला व्यक्ति बोल रहा है कि हमने तो घर से ही पेपर दे दिया।
बता दें कि हिमाचल में बिजली बोर्ड में 100 चालकों के पदों पर भर्ती के लिए चार सितंबर को परीक्षा हुई है। लिखित परीक्षा के एक दिन बाद ही अब यह परीक्षा भी संदेह के घेरे में आ गई है। लोगों के मन में तरह तरह के विचार आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि कहीं यह भर्ती भी तो पुलिस कांस्टेबलों की लिखित परीक्षा की ही तरह कोई बड़ा घोटाले से तो नहीं जुड़ी हुई है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि इससे पहले पुलिस भर्ती परीक्षा और जेओए की परीक्षा का विवाद भी सुंदरनगर से ही शुरू हुआ था। ऐसे में अब इस आडियो के वायरल होने के बाद राजनीति गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि इस वायरल आडियो पर विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि यह उनके विरोधियों की घटिया चाल है।
राकेश जम्वाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक आता देख उनके विरोधी सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को देखकर घबरा गए हैं। उनके पास कहने को कुछ नहीं है तो इस तरह की अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आडियो में उनके जिस चालक के घर बैठकर चालक की लिखित परीक्षा देने की बात कही जा रही है उसने ना तो लिखित परीक्षा दी है और ना ही इस परीक्षा के लिए उसका कहीं नाम है। उनके विरोधी चाहे तो इसकी जांच करवा सकते हैं। राकेश जम्वाल ने कहा कि राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप चलते रहते हैं। लेकिन इस प्रकार की घटिया राजनीति करना और किसी को बदनाम करने की साजिश करना सही नही है। उन्होंने कहा सुंदरनगर में हुए विकास कार्यों के नाम पर यदि कोई उनसे किसी प्रकार का सवाल करना चाहता है तो सामने आकर करे। इस प्रकार के हथकंडे अपनाकर अपना स्वार्थ साधने का बेमतलब का प्रयास न करे।