हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी के चोज गांव में बादल फटने के बाद से लापता जिला मंडी के सुंदरनगर निवासी रोहित के परिजन सदमे में हैं।
गौरतलब है कि बादल फटने की घटना के बाद से चार व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें सुंदरनगर के कलौहड़ गांव का 22 वर्षीय रोहित भी शामिल है। परिजन रोहित की सलामती की दुआएं लगातार कर रहे हैं। रोहित अपने घर का इकलौता सहारा है। उसके घर में माता और एक बड़ी बहन है।
उसके पिता ताराचंद का वर्ष 2005 में सड़क हादसे में निधन हो गया है। माता मीरा देवी मिड डे मील वर्कर है। माता ने विकट परिस्थितियों में किसी तरह बच्चों का पालन पोषण किया। रोहित गत दो वर्षों से मणिकर्ण घाटी में पर्यटकों व अन्य लोगों के लिए कैंपिंग का कार्य करता है। रोहित के लापता होने से परिजनों सहित सभी लोग उसकी सलामती की दुआएं कर रहे हैं।
रोहित ने इलेक्ट्रानिक्स में आइटीआइ की है। दो साल से मणिकर्ण में काम कर रहा था। आठ माह पहले ही अपना काम शुरू किया है। चार दिन पहले कालेज के टुअर के दौरान भी वह भाई की कैंपिंग साइट को देखने और अपने दोस्तों को दिखाने गई थी। उस दौरान भाई से भविष्य की योजनाओं को लेकर खूब बातें हुई थी। पूजा ने कहा कि भगवान की दया से उसका भाई सही सलामत होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मां इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी। उन्होंने सरकार से उसके भाई सहित अन्य लापता लोगों की तलाश के लिए व्यापक अभियान चलाने की मांग की है।