जिला सिरमौर के नाहन उपमंडल के जमटा में रविवार को जनमंच कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनमंच में सुरला पंचायत की 80 वर्षीय कृष्णा प्यारी ने खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग तथा विधायक राजीव बिंदल से न्याय की गुहार लगाई। कृष्णा प्यारी ने कहा कि उसके बेटे, बहू व पोतों ने उसे घर से पत्थर मारकर बाहर निकाल दिया गया है। अब वह पड़ोसियों के यहां आश्रय लेकर रह रही है। वहां पर भी उसे चैन से नहीं रहने दिया जाता।
ताया कि उसके पति पूर्ण चंद पटवारी थे। उनकी मौत के बाद उसके बड़े बेटे कुलदीप को करूणामूलक आधार पर पिता की नौकरी मिली। कुछ वर्ष पूर्व उसकी भी मौत हो गई तथा उसकी पत्नी विद्या को डीसी आफिस में चपरासी की नौकरी मिल गई। विद्या देवी उससे जमीन व पैसा मांगती रहती है। उसके साथ अभद्र व्यवहार भी करती है।
कृष्णा का दूसरा बेटा सोहन लाल भी गांव में अलग रहता है, जबकि उसकी तीन बेटियां हैं, जिसमें से दो की शादी करनाल तथा एक की शादी पेवा में हुई है। कृष्णा सुरला गांव की ही शकुंतला देवी के पास रहती है। मंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि उसे कुछ हो जाता है, तो उसकी बहू उसके लिए जिम्मेदार होगी, न कि शकुंतला देवी।
कुछ वर्ष पहले उसके बेटा, बहू व पोतों ने उसे पत्थर मारकर घर से निकाल दिया है। अब उसका घर भी उजाड़ हो गया है। उसकी बहू नाहन में सरकारी क्वार्टर में रहती है।
जीवन के इस पड़ाव पर पहुंच चुकी महिला की अंतिम इच्छा है कि दुनिया से जब आंखें बंद हों, तो उस घर में हो जो उसके पति का है। महिला की एक ही गुहार थी कि उसे जीवन के अंतिम दिन अपने पति के घर में ही गुजारने दिए जाएं।
अम्मा की पूरी दास्तां सामने आते ही मंत्री राजेंद्र गर्ग व विधायक डॉ. बिंदल ने तुरंत ही उपायुक्त को एसडीएम व एसपी को जांच के आदेश जारी करने के निर्देश दिए।