कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के सतौन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। प्रियंका अपने संबोधित के शुभारंभ पर कहा कि यह माता रेणुका, भगवान परशुराम और माता भंगायणी की धरती है। इस धरती से असत्य के खिलाफ सत्य की आवाज हमेशा उठी है। माता भंगायणी साम दाम दंड भेद को पराजित करने वाली देवी है। माता के आशीर्वाद से यही खासियत पूरे हिमाचल के लोगों में है। प्रियंका ने कहा कि आजकल की राजनीति बहुत बदल चुकी है। मेरी दादी इंदिरा जी के जमाने में अलग राजनीति होती थी। हमारे देश की राजनीति का आधार स्वतंत्रता संग्राम में जब महात्मा गांधी ने सत्य की बात की तो देश की राजनीति को एक आध्यात्मिक आधार दिया और हमें गर्व होना चाहिए कि किसी भी देश की राजनीति में इस तरह का आधार नहीं था। उस समय कोई ऐसा आंदोलन नहीं था जो सत्य व अंहिसा के आधार पर लड़ा गया। वहीं हमारी राजनीति की नींव है। लेकिन आज पैसों व झूठ का बोलबाला है। आज नेता कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन फिर पांच साल बाद पता चलता है कि कुछ नहीं हुआ। आप अपने अनुभव व परिस्थितियों के आधार पर वोट दें।
उन्होंने कहा कि आजादी से अब तक सबसे स्थिर सरकारें कांग्रेस ने दी हैं। भाजपा ने अस्थिरता फैलाई है। इस प्रदेश को जब बनाया गया तो सभी ने इंदिरा जी से यह कहा कि यह प्रदेश चल नहीं पाएगा। इंदिरा ने आपके भरोसे इस प्रदेश को बनाया, यहां के बुजुर्गों, कर्मचारियों, नौजवानों ने यह प्रदेश बनाया। लेकिन आज पूरा भारत देखता है तो सबसे शिक्षित व जागरूक जनता हिमाचल की है। प्रियंका ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल 70 हजार करोड़ रुपये के कर्ज में है। आपने बड़ी मेहनत से अपने बच्चों को पढ़ाया ताकि उनका भविष्य बने। लेकिन प्रदेश में 30 लाख में से 15 लाख युवा बेरोजगार पड़े हैं। पांच सालों से 63,000 सरकारी पद खाली पड़े हैं। क्योंकि भाजपा सरकार की नीयत सही नहीं है। छत्तीसगढ़, राजस्थान में ओपीएस लागू की गई है, हिमाचल में भी लागू की जाएगी। कहा कि भाजपा के नेता कहते हैं कि इसके लिए पैसे ही नहीं हैं। प्रियंका ने पूछा कि भाजपा के उद्योगपति मित्रों के कर्ज माफ करने के लिए लाखों करोड़ रुपये कहां से आते हैं। इस सरकार ने रोजगार, पेंशन छिनी है, महंगाई बढ़ाई है। सेब के कार्टन पर जीएसटी लगाया है। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति का एक आधार था। प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार के कहने पर इंदिरा जी ने इस प्रदेश को बनाया और वीरभद्र सिंह ने दिन-रात एक कर इस प्रदेश को आगे बढ़ाया, वे इस बात को समझते थे।