ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के उपमंडल हरोली के तहत लोअर बढ़ेडा स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में 28 वर्षीय युवक की संदिग्ध मौत हो गई. मृतक युवक की पहचान अजय कुमार पुत्र राम कृष्ण वार्ड नंबर-5 गोंदपुर बनेहड़ा के रूप में हुई है, जिसे परिजनों द्वारा 15 दिन पहले ही केंद्र में भर्ती करवाया गया था.
मौत के बाद नशा निवारण केंद्र के संचालकों ने युवक के शव को उसके परिजनों के सुपुर्द भी कर दिया. उधर, परिजनों का आरोप है कि उनके लाडले को नशा निवारण केंद्र में पीट-पीट कर मौत के घाट उतारा गया है. परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, गोंदपुर बनेहड़ा का अजय कुमार करीब 15 दिन पहले लोअर बढ़ेडा स्थित नशा निवारण केंद्र में उपचाराधीन हुआ था. गुरुवार को मध्यरात्रि युवक की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते केंद्र संचालक क्षेत्रीय अस्पताल लेकर आए, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया. मध्यरात्रि ही नशा मुक्ति केंद्र के संचालक अजय के शव को परिजनों को सौंप पर चले गए. परिजनों का कहना है कि मृतक के शरीर पर जगह-जगह चोटों के निशान हैं, जबकि नशा निवारण केंद्र के संचालक उसके परिजनों को शव पर जगह जगह चोट लगने के निशान के बारे में कोई जवाब न दे पाए.
इस पर परिजनों ने ग्राम पंचायत को सूचना दी और देखते ही देखते लोगो का जमघट लग गया और सभी ने युवक की संदिग्ध मौत की जांच और नशा मुक्ति केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई मांगी है. एएसपी प्रवीन धीमान ने बताया कि पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही युवक की मौत के कारणों का पता चलेगा. पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र में सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली है.