श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन ने वित्तीय वर्ष
2022-23 के लिए अपने महत्वाकांक्षी पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया है। 8,240
करोड़ रुपए के साथ, कंपनी ने भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा निर्धारित 8,000 करोड़ रुपए के लक्ष्य को पार
कर लिया है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और माननीय केंद्रीय
विद्युत मंत्री श्री आर. के. सिंह के मार्गदर्शन में एसजेवीएन ने इस लक्ष्य को हासिल कर राष्ट्र के आर्थिक और
अवसंरचनात्मक विकास में योगदान दिया है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने अवगत करवाया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 8,000 करोड़ रुपए का कैपेक्स
लक्ष्य विद्युत सीपीएसई के मध्य तीसरा सबसे बड़ा लक्ष्य था। गत वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि 58
प्रतिशत है। गत छह वर्षों में कंपनी ने 65 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) पर प्राप्त किया है। भारत
और विदेशों में कार्यान्वित की जा रही जलविद्युत परियोजनाओं के व्यय में गत वित्तीय वर्ष की तुलना में 30% की
वृद्धि दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में कंपनी की नवीकरणीय परियोजनाओं के कैपेक्स में 548%
की भारी वृद्धि देखी गई है। इस उपलब्धि पर दृढ़ होकर कंपनी अब वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 10,000 करोड़
रुपए के विशाल पूंजीगत व्यय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर है।
एसजेवीएन ने विद्युत उत्पादन में अपना अनुकरणीय निष्पादन जारी रखते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में
अपने सभी विद्युत स्टेशनों से 9335 मिलियन यूनिट हासिल कर लिया है, जो गत वर्ष की उपलब्धि को पार कर गया
है। इसके अलावा, 1500 मेगावाट एनजेएचपीएस ने कमीशनिंग के पश्चात 106.653% का अपना सर्वकालिक उच्चतम
संयंत्र उपलब्धता फैक्टर हासिल किया है।
वर्तमान में, एसजेवीएन के पास विकास के विभिन्न चरणों में 74 परियोजनाओं के साथ 46,879 मेगावाट का
परियोजना पोर्टफोलियो है और वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25,000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक
50,000 मेगावाट क्षमता के अपने साझा विजन को प्राप्त करने के लिए अग्रसर है।