जिला के धमांदरी स्थित सरकारी स्कूल में दो छात्रों की निर्मम पिटाई मामले में प्रधानाचार्य पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मामले की जांच के लिए स्कूल जा पहुंचे हैं।
पुलिस को दी शिकायत में छात्र ने बताया कि वह धमांदरी सरकारी स्कूल में जमा दो कक्षा में पढ़ता है। छात्र ने बताया कि उनके स्कूल की बाथरुम के नल को किसी ने करीब तीन दिन पहले तोड़ दिया था। नल को तोड़ने के शक में ही स्कूल प्रधानाचार्य ने जमा एक व दो के करीब 12 बच्चे अपने ऑफिस में बुलाए। इनमें उनका नाम भी था, जब हम सभी उनके आफिस में पहुंचे, तो वहां पर कई अध्यापक भी मौजूद रहे। छात्र का आरोप है कि प्रधानाचार्य ने उसे व एक छात्र को थप्पड़ों व मुक्कों सहित टांगों से मारपीट की। इतना ही नहीं हमें चरित्र प्रमाण पत्र खराब करने की धमकियां भी दी। मारपीट में घायल छात्र को परिजनों द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में भर्ती करवाया गया, जहां पर दूसरे दिन भी उपचार जारी है।
वहीं पीड़ित छात्र के मामा कमलदेव का कहना है कि प्रिंसिपल द्वारा उनके भांजे की बेरहमी से पिटाई की है। जबकि अगर पाइप टूटने का कोई मामला था तो बुरी तरह से मारने की बजाय इसकी जानकारी परिजनों को देनी चाहिए थी। वहीं उन्होंने इस पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
मामले की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है और उच्च शिक्षा उपनिदेशक जनक सिंह ने खुद स्कूल पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है। उच्च शिक्षा उपनिदेशक जनक सिंह ने बताया कि गत देर शाम प्रधानाचार्य द्वारा छात्र की पिटाई की जानकारी मिली थी। जिसके बाद बच्चें व उसके परिजनों से बात की गई, उन्होंने कहा कि बच्चें को ज्यादा चोट नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जानकारी के लिए वो स्कूल भी पहुंचे, जहां पर बाथरूम के नल टूटने की बात सामने आई है। नल किसने तोड़ा, इसका पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जानकारी के लिए स्कूल स्टाफ सदस्यों व बच्चों से जानकारी जुटाई जाएगी।