युवती के नाराज भाई का कहना है कि पिताजी के गुजरने के बाद उन्होंने बहन को कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दी। उन्होंने कहा कि अपनी बहन से पूछकर उसकी शादी तय की थी। अगर उसने नहीं करनी थी तो वह पहले बता देती। बिहार के पूर्णिया में शादी के एक दिन पहले प्रेमी के साथ युवती फरार हो गई। हल्दी और मेहंदी की रस्म अदायगी हो गई थी। इसके बाद घर से बाहर निकलकर युवती अपने प्रेमी के साथ चली गई।
युवती के परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया, लेकिन युवती ने जब पुलिस के सामने आकर इस अपहरण के मामले को नकार दिया तो फिर युवती के भाई ने उसका पुतला बनाकर अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है और हर माता-पिता यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि आखिर इस तरह की घटनाओं पर विराम कब लगेगा।
यह पूरा मामला टीकापट्टी गांव का है, जहां की एक युवती की शादी उसके भाई ने तय कर दी थी। 11 जून को उसकी शादी होने वाली थी। मेहंदी और संगीत के बाद 10 जून को हल्दी की रस्म पूरी हुई। अगले दिन युवती की बारात आने वाली थी, लेकिन वह रात में प्रेमी संग फरार हो गई। इसके बाद घर में हंगामा मच गया।
लोगों ने काफी खोजबीन की लेकिन जब कहीं कुछ पता नहीं चला, तब युवती के भाई ने थाने में अपहरण का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवा दिया। इस मामले में उन्होंने गांव के ही एक युवक को आरोपी बनाया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
इसी बीच, सोमवार को युवती दुल्हन के जोड़े में टीकापट्टी थाने पहुंची और अपहरण के मामले को ही फर्जी बता दिया। युवती पुलिस को बताया कि उसे ये शादी मंजूर नहीं थी, इसलिए उसे मजबूरन भागना पड़ा। जिस दिन उसकी शादी होनी थी, उसी दिन मंदिर में उसने प्रेमी से शादी कर ली।
इसके बाद, युवती के भाई की नाराजगी बढ़ गई। भाई ने कहा कि उसके लिए उसकी बहन अब मर गई है। उसने परिजनों के साथ मिलकर पहले अपनी बहन का पुतला तैयार किया और फिर उसकी शव यात्रा निकाली। अर्थी में युवती की तस्वीर भी लगाई गई। अर्थी को श्मशान घाट तक ले जाया गया और फिर पूरे रीति रिवाज के साथ दाह संस्कार कर दिया गया।
नाराज भाई का कहना है कि पिताजी के गुजरने के बाद उन्होंने कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दी। उन्होंने कहा कि उसने अपनी बहन से पूछकर उसकी शादी तय की थी। अगर उसने नहीं करनी थी तो वह पहले बता देती। उससे यह भी पूछा गया कि उसकी जिंदगी में कोई लड़का है, तो बोले, वह उसी से शादी करा देंगे, लेकिन वह हमेशा नकारती रही।
उसने खुद अपनी शादी की खरीददारी भी की लेकिन शादी की पूर्व संध्या 12 जून को शादी थी, 11 जून को ही अचानक वह गांव के ही एक लड़के के साथ फरार हो गई। युवती के भाई ने कहा, तय तिथि में उसका श्राद्ध कर्म भी किया जाएगा और पिंडदान भी करूंगा।