वर्क वीजा के नाम पर दो युवकों को एजेंट द्वारा टूरिस्ट वीजा लगाकर विदेश भेजने का मामला सामने आया है। युवकों के परिजनों ने एजेंट पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए है। युवकों के पिता अमरजीत वर्मा ने बताया कि एजेंट ने अढ़ाई साल के लिए बेटों को वर्क वीजा के नाम पर अबू धाबी भेजा है। जब बेटे सारजहा पहुंचे तो उन्हें वहां पर पता चला कि इन्हें टूरिस्ट वीजा लगाकर भेजा गया है। हालांकि उसके बाद उन्हें वहां कंपनी में काम करने दिया गया, लेकिन अब कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया है। बच्चों पर फाइन भी लगाया जा रहा है।
मंगलवार को परिजनों ने पुलिस अधीक्षक हमीरपुर को भी ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि एजेंट आज तक यह हवाला देकर बहलाता रहा कि मेरा बेटा वहां कंपनी में इंजीनियर है। वे उनसे खुद मिलकर उनके बीजे का सारा काम और कंपनी में नौकरी का सारा कार्य करवाएगा। व्यक्ति ने आरोप लगाया कि एजेंट ने उन्हें बेवकूफ बनाया है।
उन्होंने बताया कि एजेंट ने 11 जनवरी 2022 से उनका वर्क वीजा लगवाया और न ही इनके भारत वापस भेजा। ऐसे में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया है कि बच्चों को सुरक्षित भारत लाया जाए। अमरजीत वर्मा ने बताया कि इस सारे प्रकरण के बारे में विदेश मंत्रालय को भी बताया गया है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उनके बच्चों को सुरक्षित भारत पहुंचा दिया जाएगा। फिलहाल जब तक बच्चे घर नहीं पहुंच जाते परिजनों को लगातार उनकी चिंता सताती रहेगी।