ऊना: जिला के हरोली थाना क्षेत्र के गांव ठाकरां में 11 अक्टूबर, 2021 को बरामद की गई लावारिस लाश के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। फोरेंसिक लैब से मिली रिपोर्ट के मुताबिक मृतक चंद्रभान उर्फ चन्नी की मौत का असल कारण किसी जानवर का हमला नहीं, अपितु किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसका गला काटा जाना था। पुलिस ने फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट मिलने के बाद घटना के संबंध में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। 38 वर्षीय मृतक चंद्रभान उर्फ चन्नी उत्तर प्रदेश के रामपुर जिला की बिल्सी तहसील के तहत पढ़ते गांव जगसेर का निवासी था।
रोजी रोटी कमाने के चलते वह अपने परिवार के साथ हरोली उपमंडल के तहत पड़ते औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल में परिवार के साथ रह रहा था। गौरतलब है कि 11 अक्टूबर, 2021 को पुलिस को ठाकरा गांव में अज्ञात शव पड़ा होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को सिर कटी लाश बरामद हुई थी और यह लाश भी जंगली जानवरों द्वारा बुरी तरह काट खाई गई थी। प्रथम दृष्टया मृतक की मौत का कारण किसी जंगली जानवर का हमला माना जा रहा था। वहीं, लाश के बरामद होने के कुछ दिनों बाद मृतक की पत्नी ममता और अन्य परिजनों ने भी उसकी शिनाख्त कर ली थी। हालांकि उन्होंने किसी भी व्यक्ति से चंद्रभान की कोई रंजिश या दुश्मनी न होने की बात कही थी। उधर, पुलिस (Police) ने घटना की जांच के लिए फोरेंसिक लैब की भी मदद ली थी। वहीं, अब पुलिस को फोरेंसिक लैब से मिली रिपोर्ट के आधार पर यह पता चला है कि चंद्रभान की मौत का असल कारण अज्ञात व्यक्ति द्वारा तेजधार हथियार से उसका गला रेतना था।
एक्सपोर्ट से मिली रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने घटना के संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए नए सिरे से इस घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस चंद्रभान के हत्याकांड मामले की जांच में जुट गई है। मृतक के परिजनों के साथ-साथ उसके साथ काम करने वाले अन्य लोगों से भी मामले को लेकर पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही पुलिस इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझा लेगी।