सिरमौर : अकाल अकादमी बडू साहिब से 13 साल का छात्र लापता है। हालांकि, प्रबंधन द्वारा शुरू से ही इस बात का दावा किया जाता रहा है कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। बावजूद इसके 13 साल का किशोर अकादमी की सुरक्षा को भेद कर निकलने में सफल हो गया। बिन मां-बाप के बच्चे का करीब 5 से 7 दिन से कोई सुराग नहीं मिल रहा है।
18 अगस्त को सराहां पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस टीम ने मौके का जायजा लिया। इस दौरान बलबीर (परिवर्तित नाम) सुबह करीब पौने 8 बजे अकादमी की एक छोर की सीढ़ियां चढ़ते हुए नजर आया। साथ ही पुलिस टीम ने ये भी पाया कि अकादमी द्वारा बाउंडरी की तारबंदी तो की गई है, लेकिन दो-तीन प्वाइंट ऐसे हैं, जहां से कोई भी बाहर निकल सकता है। पुलिस ने इसका मौके पर प्रयोग भी किया।
नाबालिग के अचानक लापता होने पर पुलिस ने अनहोनी की आशंका के चलते आसपास के जंगल में सर्च ऑपरेशन भी चलाया, लेकिन बाद में राजगढ़ कस्बे की एक सीसी फुटेज में भी सुबह 11 बजे के आसपास बलबीर नजर आ गया, इससे पुलिस ने राहत की सांस ली। क्योंकि अकादमी से निकलकर अनहोनी की आशंका खारिज हो गई थी।
जानकारों का कहना है कि बलबीर की दादी हरियाणा के पिंजौर में रहती है। वहीं से दादी ने बलबीर को अकाल अकादमी बडू साहिब में भेजा था। ये भी जानकारी सामने आई है कि बलबीर ने अकादमी के संगीत विद्यालय में करीब दो माह पहले ही दाखिला लिया था।
पुलिस की जांच में ये सामने आया है कि अकादमी में आने के बाद बलबीर का मन नहीं लग रहा था, लिहाजा उसने इसे छोड़ने का निर्णय लिया।
राजगढ़ से पिंजौर तक करीब अढ़ाई से तीन घंटे का सफर है, लेकिन उसके घर न पहुंचने के कारण बूढ़ी दादी बेहद ही परेशान हैं। स्पष्ट कर दें कि लापता छात्र की दादी ने अकादमी की कार्यशैली को लेकर सार्वजनिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वो हजारों अभिभावक चिंतित हो सकते हैं, जिनके बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।