हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के शाहपुर की ग्राम पँचायत रुलहेड गांब मोरछ (बोह) निवासी भेड़पालक ठेका राम के बेटे ऋषभ जरयाल हिंदी विषय में सहायक प्रोफेसर बने हैं । ऋषभ जरयाल ने कॉलेज केडर के लिए वर्ष 2022 में हिमाचल पब्लिक सर्विस कमीशन का टेस्ट दिया था, और जून 2023 के अंतिम दिनों में साक्षात्कार हुए थे। 23 जून 2023 को परिणाम निकलने पर ऋषभ जरयाल का चयन राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित परिणाम में सहायक प्रोफेसर हिंदी विभाग कॉलेज कैडर में हुआ है। अब ऋषभ जरयाल महाविद्यालय में बतौर एसिस्टेंट प्रोफेसर सेवाएं देंगे। ऋषभ जरयाल के प्रोफेसर बनने से गांव मोरछ, बोह में खुशी का माहौल है। ऋषभ जरयाल ने कॉलेज केडर के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित होकर अपने क्षेत्र के साथ साथ पूरी धारकंडी का नाम रोशन किया है। कहते हैं मेहनत तो सभी करते हैं, लेकिन जो दिमाग लगाकर मेहनत करता है वह बाकी लोगों से जल्दी सफलता हासिल कर लेता है. ऐसी ही एक सफलता की कहानी ऋषभ जरयाल की है।
इनकी 5 वीं तक कि शिक्षा प्राथमिक स्कूल मोरछ से और 12वीं तक की शिक्षा सीनियर सेकेंडरी स्कूल शाहपुर में ही हुई है। ऋषभ जरयाल ने राजकीय महाविद्यालय शाहपुर से स्नातक और 2018 से 2020 तक पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से हिंदी विभाग में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। तुरन्त बाद 2020 से 2022 में बैचलर ऑफ एजूकेशन (बीएड) हरयाणा से की है, एमए की पढ़ाई के दौरान 2019 में नेट, सेट की परीक्षा भी पहले अटेम्प्ट में पास कर ली थी, और अभी वर्तमान में इनकी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से हिंदी विषय मे पीएचडी की पढ़ाई चल रही हैं।