हिमाचल विधानसभा चुनाव को लेकर CPIM ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने घोषणा की है कि जो भी दल सता में आएगा, उस पर बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने और मजदूरों का मासिक वेतन 26 हजार करने का दबाव बनाएंगे।
पार्टी सचिव डॉ. ओंकार शाद ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हम इस चुनाव में किसी दल को समर्थन नहीं दे रहे हैं। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में बागवानों, किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं के अलावा ओपीएस का मुद्दा प्रमुखता से रखा है। उन्होंने कहा कि जो भी दल सत्ता में आएगा, उससे हम इन मुद्दों को हल करवाने के लिए दबाव बनाएंगे।
CPIM ने जनता से किए ये वादे
– युवाओं को प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता प्रतिमाह 3 हजार देने के लिए संघर्ष करेंगे।
-बागवानों का सेब प्रति किलो के हिसाब से खरीदने के लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे।
-नई शिक्षा नीति को रद्द करने के लिए रणनीति बनाएंगे।
-नशाखोरी को रोकने के लिए आंदोलन होगा।
-बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग रखी गई।
-आउटसाेर्स कर्मचारियों को नियमित करने का मुद्दा भी रखा गया।
-शिमला शहर में 24 घंटे पानी देने और इसके अलावा शहर के एंबुलेंस रोड़ को भी ठीक करने का प्रयास किया जाएगा।
ठियोग विधानसभा क्षेत्र की उपलब्धियां भी गिनाई
CPIM ने अपने घोषणा पत्र के दौरान ठियोग विस क्षेत्र में किए गए काम को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है। ठियोग में पार्टी के एकमात्र विधायक हैं। यहां पर वरिष्ठ नेता राकेश सिंघा इस बार भी चुनाव मैदान में हैं। इस विस क्षेत्र में पिछले पांच साल में क्या काम हुए, उन उपलब्धियों को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है। इसके अलावा भाजपा और कांग्रेस की जनता विरोधी नीतियों को भी घोषणा पत्र में शामिल किया।