रस्म के तौर पर आयोजित होगा पारंपरिक एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय ऐतिहासिक मिंजर मेला – उपायुक्त

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प्रतिदिन शाम को  कला केंद्र से पारंपरिक कूंजड़ी मल्हार का होगा गायन
केबल नेटवर्क व सोशल मीडिया के माध्यम से  होगा प्रसारण 
जिले की समृद्ध कला-संस्कृति और  गौरवशाली इतिहास  पर  प्रदर्शनी  और ऑनलाइन  परिचर्चा  का होगा आयोजन 

चंबा: जिले के पारंपरिक एवं सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक ऐतिहासिक मिंजर  मेले को  कोरोना  वायरस संक्रमण के एहतियातन  रस्म के तौर पर ही आयोजित किया जाएगा। मेले के आयोजन की रूपरेखा को लेकर आज राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में वर्चुअल माध्यम से उपायुक्त डीसी राणा की  अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया ।बैठक में निर्णय  लिया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण से एहतियातन सरकार द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों  के अनुसार 25 जुलाई को मेले का रस्म के तौर पर आगाज और 1 अगस्त को समापन  किया जाएगा। बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि  25 जुलाई से प्रतिदिन शाम को चंबा चौगान में कला केंद्र से पारंपरिक कूंजड़ी मल्हार गायन होगा जिसे केबल नेटवर्क व सोशल मीडिया के माध्यम से  प्रसारित किया जाएगा ताकि लोग घर बैठे इसका आनंद ले पाएं। चौगान में प्रवेश करने की किसी को अनुमति नहीं मिलेगी। जिला पुलिस द्वारा  कोविड मानक  संचालन प्रक्रिया और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जाएगा ।उपायुक्त ने मेले के शुभारंभ और समापन कार्यक्रम में स्थानीय   परंपरा के अनुरुप  नगर परिषद चंबा को  बैठक करके अंतिम रुप रेखा  तय करने को भी कहा ।उपायुक्त ने जिले की समृद्ध कला-संस्कृति और  गौरवशाली इतिहास से संबंधित विषय पर भूरी सिंह संग्रहालय  में  प्रदर्शनी का आयोजन करने और ऑनलाइन  परिचर्चा  के भी  निर्देश दिए ।डीसी राणा ने मिंजर मेले के आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों से  सुझाव देने का आह्वान  किया है ।  सुझाव dc-cha-hp@nic.in पर मेल किए  जा सकते  है ।बैठक  में  निर्णय  लिया गया कि  मिंजर मेले की शोभा यात्रा में शामिल होने वाले देवी देवताओं की पालकिओं को और अधिक सुशोभित बनाने के लिए   नगर परिषद  चंबा     आकर्षक कशीदकारी व व्हाइट मेटल  से सुसज्जित देव पालकिओं की व्यवस्था करेगी ।  बैठक में  यह भी निर्णय लिया गया कि शोभायात्रा में   पारंपरिक परिधानों  और वाद्य यंत्रों के  साथ जिले के प्रसिद्ध वजतंरिओं को शामिल किया जाए ।  वजतंरिओं  को  प्रोत्साहन देने के मकसद से स्थानीय  वेशभूषा में सुसज्जित होकर शामिल होने  तथा लोक वाद्य यंत्रों से मधुर देव धुन व राग प्रस्तुति  पर    प्रथम द्वितीय व तृतीय पुरस्कारों से भी सम्मानित करने का निर्णय लिया गया  ।इसके अलावा कोविड प्रोटोकाल के तहत  आयोजित होने वाली शोभायात्रा में   स्थानीय पारंपरिक  परिधानों में सुसज्जित होकर शामिल होने वाले लोगों को भी पुरस्कृत किया जाएगा ।  बैठक  निर्णय  लिया गया कि मेले में  प्रयोजन को भी शामिल किया जाएगा ताकि विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के लिए  धन की उपलब्धता सुनिश्चित रहे ।बैठक में कारवाही का संचालन  सहायक आयुक्त राम प्रसाद शर्मा ने किया।बैठक में जिला भाजपा अध्यक्ष जसवीर नागपाल और जिला के गणमान्य लोग वर्चुअल रूप  से जुड़े ।इस दौरान नगर परिषद उपाध्यक्ष सीमा कश्यप,  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमन शर्मा,  जिला राजस्व अधिकारी एवं कार्यवाहक एसडीएम चंबा सुनील कुमार कैथ, जिला भाषा अधिकारी, तुकेश शर्मा, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद अक्षित गुप्ता और समाजसेवी पंकज चौफला  मौजूद रहे ।


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