80 साल की उम्र को पार करने के बाद से लगभग सभी बुजुर्ग दूसरों के अधीन हो जाते हैं। उनके खाने-पीने से लेकर दूसरी दिनचर्या सब दूसरों पर निर्भर करती हैं, लेकिन हरियाणा के चरखी दादरी की रहने वाली 107 साल की दादी रामबाई ने सबको हैरान कर दिया है। रामबाई ने हैदराबाद में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में न केवल भागीदारी की है, बल्कि हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर 2 गोल्ड मेडल हासिल किये है।वहीं, रामबाई की 65 साल की बेटी संतरा देवी ने भी अलग-अलग स्पर्धाओं में तीन मेडलों पर कब्जा किया है। बता दें कि उड़नपरी के नाम से प्रसिद्ध दादी रामबाई ने अपना पासपोर्ट बनवा लिया है और विदेशी धरती पर गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करना चाहती है।
दादी रामबाई ने 2 गोल्ड मेडल पर किया कब्जा
दरअसल, हैदराबाद में 8 से 11 फरवरी तक पांचवी नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
इस प्रतियोगिता में चरखी दादरी जिले के गांव कादमा के रहने वाली 107 साल की बुजुर्ग एथलीट रामबाई ने 105 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए डिस्कस थ्रो और शॉट-पुट में प्रथम स्थान हासिल कर 2 गोल्ड मेडल जीते।