ऐतिहासिक एवं अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 25 जुलाई को भगवान रघुवीर व लक्ष्मीनाथ को मिंजर अर्पित करने के साथ ही आरंभ हो जाएगा। कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष भी मिंजर मेले के शुभारंभ व समापन मौके की रस्में ही अदा की जाएंगी। इस बार भी मेले के दौरान सांस्कृतिक, व्यापारिक व खेलकूद गतिविधियों पर विराम रहेगा। रविवार को मिंजर मेला के शुभारंभ पर निकलने वाली शोभायात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना को लेकर शहर का बाजार दोपहर बाद तक बंद रहेगा। इस अवधि के दौरान बाजार में वाहनों की एंट्री भी वर्जित रहेगी।
गत दो वर्षों से मिंजर मेले का आयोजन कोरोना महामारी के चलते रस्म अदायगी के तौर पर किया जा रहा है। इस वर्ष भी शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों से परामर्श के बाद जिला प्रशासन ने मेले के शुभारंभ व समापन मौके की रस्में ही निभाने का फैसला लिया है। मेले के शुभारंभ व समापन मौके की रस्में निभाने की जिम्मेदारी नगर परिषद को सौंपी गई है। मिंजर मेले की अवधि के दौरान चौगान स्थित कला केंद्र में पांरपरिक कुंजडी मल्हार का गायन होगा। मगर लोगों की चौगान में जाने पर मनाही रहेगी। लोग कुंजडी मल्हार का विभिन्न माध्यमों से घर बैठ ही लाइव प्रसारण देख पाएंगे। मेले के दौरान चंबा के समृद्ध इतिहास को लेकर ऑनलाइन बेविनार व परिचर्चा भी आयोजित होगी। उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने जनपद के लोगों को मिंजर मेला की शुभकामनाए दीं है। कोरोना के चलते मेले के शुभारंभ व समापन मौके पर निकलने वाली शोभायात्रा में लोगों की भागेदारी सीमित रखी जाएगी।