हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ( Himachal Pradesh Road Transport Corporation) के नाहन डिपो के निरीक्षक पर बस के निरीक्षण के दौरान दिव्यांग लड़की व उसकी मां से अभद्र व्यवहार का आरोप लगा है। निगम के प्रबंध निदेशक को भेजी शिकायत में अनीता देवी निवासी खैरी (त्रिलोकपुर) ने बताया कि उसकी बेटी अंशिका बचपन से ही 75 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग है। वो गांव से बच्ची को लेकर नाहन आ रही थी।
सीएमओ द्वारा बेटी को दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया गया है। अपंगता प्रमाण पत्र के तहत निशुल्क सफर का प्रावधान है। महिला ने बताया कि प्रमाण पत्र 17 सितंबर 2024 तक मान्य है। महिला ने कहा कि निरीक्षक बस में चैकिंग के लिए चढ़े, इस दौरान बेटी अंशिका का फ्री पास दिखाया। लेकिन इसे देखकर निरीक्षक ने अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया, कहा कि प्रमाण पत्र फ़र्ज़ी है।
साथ ही बस में जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि तुम लोग हमें बेवकूफ बनाते हो। तुम्हारा प्रमाण पत्र नकली है। अनीता ने जब निरीक्षक से आग्रह किया कि प्रमाण पत्र बाल विकास विभाग की ओर से जारी किया गया है। इसे ऑनलाइन भी चेक किया जा सकता हैं, मगर निरीक्षक ने एक भी बात नहीं सुनी। आरोप है कि वो बस में अन्य यात्रियों के सामने महिला को अपमानित करता रहा।
अनीता ने कहा कि पहले से ही वह बेटी के कारण मानसिक रूप से परेशान रहती है। 75 प्रतिशत अपंगता वाले दिव्यांग के साथ एक अटेंडेंट को भी निशुल्क यात्रा की सुविधा है। इसी के तहत वो बेटी को नाहन में आस्था स्पेशल स्कूल ले जाती है।
हैरानी इस बात की है कि निरीक्षक ने बस के कंडक्टर को बोलकर महिला तथा उसकी बेटी का टिकट कटवाया। टिकट की प्रतिलिपि भी शिकायत के साथ भेजी गई है। प्रबंध निदेशक को भेजी शिकायत में अनीता देवी ने निरीक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ विभागीय कार्रवाई की भी मांग की है।
उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव बिष्ट ने बताया कि शिकायत की जानकारी उन्हें मिली थी। जिस पर निरीक्षक से बात की गई, निरीक्षक ने बताया कि मौके पर जो आई कार्ड व प्रमाण पत्र था। वो कलर फोटोकॉपी था। लिहाजा महिला तथा उसकी बेटी का टिकट काटा गया।