हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब के कारोबारी अनिल कुमार के साथ हरियाणा के यमुनानगर के प्रतापनगर थाना के अंतर्गत घटित हुई है। माना जा रहा है कि सुनियोजित तरीके से कारोबारी से पुलिस के मुलाजिमों ने 7 लाख रुपए लूट लिए।हरियाणा पुलिस की तारीफ भी करनी होगी कि चंद घंटों मेें वारदात को अंजाम देने वाले तीन पुलिसकर्मियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के बाद रिमांड पर भी ले लिया गया है। हालांकि, घटना शनिवार दोपहर की है, लेकिन हरियाणा की प्रताप नगर पुलिस ने इसका खुलासा आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद रविवार शाम किया है।
बड़ी बात ये है कि हरियाणा में डायल 112 आमजन की सुविधा के लिए बनाई गई है, लेकिन इसमें तैनात कर्मी ही रुपयों के लालच में लुटेरे बन गए।
ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम….
पांवटा साहिब के अनिल कुमार काॅलेज व होटल का फर्नीचर खरीदने के लिए यमुनानगर के लिए निकले थे। इस दौरान कार में एक युवक को लिफ्ट देने की गलती कर बैठे। रास्ते में युवक ने मोबाइल नेटवर्क का बहाना बनाकर कार को रुकवाया। इसके बाद युवक ई मेल का ड्रामा करने लगा। इसी दौरान चंद मिनटों में ही डायल 112 का वाहन मौके पर पहुंच गया। तीन पुलिस वाले वर्दी में थे, जबकि एक सिविल में था।
कार की तलाशी शुरू कर दी गई। कार में रख एक बैग में रखे 7 लाख रुपए लेकर रफूचक्कर हो गए। कारोबारी को पहले तो ये लगा कि 112 सेवा की आड़ में नकली पुलिस कर्मियों ने धोखाधड़ी की है। एक राहगीर की मदद से अनिल कुमार ने प्रताप नगर पुलिस का नंबर लिया। मौके पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी। इसके बाद शनिवार रात तक तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार कर्मियों में एक पुलिसकर्मी का रैंक कार्यकारी उप निरीक्षक का है, जबकि दो विशेष पुलिस अधिकारी हैं। बता दें कि हरियाणा पुलिस एसपीओ के तौर पर सेवानिवृत्त फौजियों को भर्ती करती है।