ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के कई स्थानों से पेड़ों के अवैध कटान के मामले लगातार सामने आने लगे हैं. हालत यह है कि वन विभाग की अनुमति से किए जा रहे पेड़ों के कटान की आड़ में भी ऐसे गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला वन विभाग के वौल क्षेत्र से सामने आया है. जहां वन विभाग की सिफारिश पर पुलिस ने गैरों का कटान कर रहे एक ठेकेदार के खिलाफ अवैध कटान को लेकर एफआईआर दर्ज की है.
बताया जा रहा है कि बौल स्थित वन विभाग की उपरली बीट में खैर के करीब 36 पेड़ों पर अवैध रूप से कुल्हाड़ी चलाई गई है. वन विभाग ने इस घटना के बाद लाखों रुपए की खैर की लकड़ी भी बरामद कर ली है. पुलिस ने घटना के संबंध में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, बंगाणा उपमंडल के तहत वन विभाग के जोल रेंज के तहत बौल स्थित उपरली बीट से विभाग के ही खैर के करीब 36 पेड़ों को अवैध कटान हुआ है. पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर घटना के संबंध में केस दर्ज किया है.
न मंडल के ऊना स्थित अधिकारी मृत्युंजय माधव ने बताया कि उन्हें इस अवैध कटान की सूचना दूरभाष के माध्यम से सूत्र ने दी थी. इसके बाद उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ मौके का मुआयना किया। इस दौरान सरकारी जंगल से करीब 36 पेड़ों के कटे होने का खुलासा हुआ है. मामले की जानकारी हासिल करने पर पता चला कि इसी क्षेत्र में एक निजी ठेकेदार का कटान का काम चल रहा है, जिसकी अनुमति उनके अपने ही कार्यालय से ली गई है. उसी ठेकेदार द्वारा इन पेड़ों को काटे जाने का अंदेशा है. इसके चलते उसके खिलाफ पुलिस को शिकायत सौंपी गई है. उन्होंने पेड़ों का कटान कर रहे हैं. ठेकेदारों को हिदायत जारी की है कि आने वाले दिनों में एहतियात बरतते हुए काम करें, जिस सीमित क्षेत्र में उन्हें पेड़ कटान की अनुमति मिली है उससे बाहर जाकर किसी भी पेट पर कुल्हाड़ी न चलाएं.