पर्यटक हिमाचल के होटलों की वेबसाइटों पर जाकर कमरे बुक करवाते हैं, लेकिन साइबर अपराधी वेबसाइट हैक कर फर्जी वेबसाइट बना रहे हैं। जैसे ही पर्यटक कमरों की बुकिंग कर पैसा अकाउंट में डालते हैं तो यह राशि होटल कारोबारियों के बजाय किसी और के खाते में चली जाती है।
साइबर अपराधी हिमाचल प्रदेश के होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्यटकों से ठगी कर रहे हैं। एक महीने के भीतर प्रदेश के साइबर अपराध सैल में 16 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली गई है। फर्जी लोन, बैंक अकाउंट हैक करने के बाद अब साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का यह फार्मूला अपनाया है। पर्यटन सीजन और वीकेंड के चलते बाहरी राज्यों के पर्यटक हिमाचल घूमने आते हैं।
हिमाचल के होटलों की वेबसाइटों पर जाकर ये लोग कमरे बुक करवाते हैं, लेकिन साइबर अपराधी हिमाचल के होटल कारोबारियों की वेबसाइट हैक कर फर्जी वेबसाइट बना रहे हैं। जैसे ही पर्यटक होटल में कमरों की बुकिंग कर पैसा अकाउंट में डालते हैं तो इसमें अपराधियों का फर्जी मोबाइल नंबर आ जाता है। ऐसे में बुकिंग का पैसा होटल कारोबारियों के बजाय किसी और के खाते में चला जाता है।
जब पर्यटक हिमाचल आकर होटल कारोबारियों से मिलते हैं तो यहां पता चलता है कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं। हिमाचल साइबर क्राइम सैल के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि हिमाचल में जगह-जगह से साइबर क्राइम सैल को शिकायतें मिली हैं। जांच की जा रही है। अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे लोगों के झांसे में न आएं। ये अपराधी ठगी करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लोग शिकायतें करने तब आते हैं, जब उनसे ठगी हो जाती है।