सिरमौर : नागरिक उपमंडल शिलाई की ग्राम पंचायत झकाण्डों से बीते 5 अगस्त से लापता चल रही महिला को सिरमौर पुलिस ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के सीमांत इलाके से ढूंढ कर उसके घर पहुंचा दिया है। लापता महिला के पास तीन छोटे बच्चे है जो बीते करीब 17 दिनों से रोजाना अपनी मां की घर वापसी की राह देख रहे थे।
आपको बताते चलें कि झकाण्डों पंचायत की एक महिला 5 अगस्त को अपने घर से सुबह करीब 6 बजे घास लेने जंगल की तरफ रवाना हुई थी। दोपहर बाद भी महिला के घर न लौटने पर परिवार के सदस्यों ने आसपास के इलाकों में उसकी तलाश शुरू कर दी। रिश्तेदारों और निकट संबंधियों से भी फोन पर महिला के बारे में जानकारी जुटाई पर महिला का कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया। जिसके बाद लापता महिला के परिजनों ने पुलिस चौकी रोनहाट में महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
एसपी ओमापति जमवाल के आदेशों और डीएसपी पांवटा-साहिब बीर बहादुर के निर्देशों के बाद एसएचओ शिलाई प्रीतम सिंह ने लापता महिला को ढूंढने के लिए एक विशेष दल गठित कर तलाश के लिए रवाना किया। लिहाजा लापता होने के बाद से महिला का मोबाईल फोन बंद था, ऐसे में महिला का पता कैसे लगाया जाए। यह पुलिस के लिए समझना कोई आसान काम नहीं था। मगर एसपी सिरमौर और डीएसपी पांवटा-साहिब ने समय-समय पर टीम का मार्गदर्शन किया और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक कर लापता महिला को तकरीबन 2100 किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान और मध्य प्रदेश के सीमांत इलाके से बरामद कर घर पहुंचा दिया है।
उधर, डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि सोमवार को महिला को कोर्ट में पेश करके मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान कलम बद्ध किए जाएंगे। महिला हिमाचल से राजस्थान कैसे पहुंची इन सभी बातों की फिलहाल जांच की जा रही है। जांच में अगर महिला के साथ कुछ गलत पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।