शिमला:-तीनों निर्दलीय विधायक हाथ में इस्तीफ़ा स्वीकार करने के बैनर के साथ विधानसभा पहुंचे और विधानसभा में धरने पर बैठ गए. विधानसभा अध्यक्ष से इस्तीफ़ा स्वीकार करने की मांग उठाई औ रकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की भी बात कही. देहरा से विधायक होशियार सिंह, नालागढ़ से के.एल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा ने एक सप्ताह पहले विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा दिया था.लेकिन स्पीकर ने अभी तक उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया है. 10 अप्रैल तक एक निर्दलीय आशीष शर्मा से अध्यक्ष ने जवाब तलब किया गया है. अध्यक्ष ने नोटिस देकर पूछा है कि क्या किसी दबाव में क्या उन्होंने इस्तीफ़ा दिया है. लेकिन विधायकों का कहना है कि उन्होंने बिना किसी दबाव के इस्तीफा दिया है.
हिमाचल प्रदेश निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने धरना प्रदर्शन करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष को 22 तारीख को हम तीनों निर्दलीयों विधायकों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था और 23 तारीख को भाजपा पार्टी जॉइन कर ली थी. बार-बार निवेदन के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष हमारा इस्तीफा मंजूर नहीं कर रहे हैं और अध्यक्ष की ओर से एक नोटिस दिया गया और उसमें लिखा गया कि तीन निर्दलीय विधायकों ने किसी के दबाव में ये इस्तीफा दिया है उन्होंने कहा कि हमने अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. हम पर किसी का दबाव नहीं था और न ही हमें कोई एलयोर किया गया है. हम पर ऐसे आरोप लगाना बिलकुल गलत है. किसी भी राजनीतिक पार्टी का हम पर कोई प्रेशर नहीं था.
के एल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने कहा कि हम इंडिपेंडेन्ट है, हम किसी पार्टी से बंदे हुए नहीं है. एक इंडिपेंडेन्ट से कैसे एक्सप्लेनेशन मांग सकते हैं? अगर कोई इंडिपेंडेंट उम्मीदवार जीत कर के आया है तो उससे एक्सप्लेनेशन मांगने की कोई आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस सरकार में अभी तक हिमाचल प्रदेश में 14 महीने में एक भी विकास का कार्य नहीं हुआ. जितने भी कार्य हुए वो सभी पिछली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में करवाए गए. उन्होंने इसी के विरोध में धरना प्रदर्शन करते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या न हो, तुरन्त प्रभाव से हमारा इस्तीफा मंजूर करें और तीनों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान करवाए जाए जिससे दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा.
आशीष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में हमारी पिछले 14 महीने में हमारी बेइज्जती और मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई गई है उन्होंने कहा कि यह मान-सम्मान की ठेस मुझे नहीं बलकि मेरे लोगों को पहुंची है मेरी जनता को पहुंची है. कांग्रेस सरकार से हम अप्पोइंटमेंट मांगते रहे। हमें 14 महीने अप्पोइंटमेंट नहीं मिली। बहुत-सी घोषनाएं करने के बावजूद भी एक भी घोषणा पुरी नहीं हुई। मैडिकल फाइलें क्लियर नहीं हुई. 1 लाख तक की डिमान्ड के लिए कांग्रेस सरकार के पास पैसा नहीं था. आशीष शर्मा ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को पैसा देते रहे, लेकिन हम निर्दलीय विधायकों का कोई कार्य नहीं हुआ.